रांचीः
पूजा सिंघल प्रकरण में बीते दिनों ईडी की टीम ने जिला खनन पदाधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया था। पाकुड़ और दुमका के डीएमओ पूछताछ के लिए समय पर आ गए थे लेकिन साहिबगंज के डीएमओ विभूति कुमार ने काफी दिनों का समय ले लिया। पहले तो उन्होंने अपनी बेटी की शादी का हवाला दिया था। उसके बाद उन्होंने फिर से 15 दिन के समय की मांग की। ईडी की बर्दाश्त की सीमा बाहर होती जा रही थी इसके बाद सोमवार को डीएमओ विभूति कुमार आखिरकार ईडी कार्यालय पहुंचे ईडी अफसरों ने उनसे कई सवाल किए जिनका जवाब विभूति कुमार के पास नहीं था।
नहीं था अधिकारी के पास जवाब
ईडी ने दुमका और पाकुड़ के डीएमओ से भी पूछताछ की थी दोनों पदाधिकारियों ने बताया था कि अवैध खनन का कंट्रोल साहिबगंज से होता है जिसे बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा नियंत्रित करते हैं इसके बाद से ही ईडी विभूति कुमार का इंतजार कर रही थी विभूति कुमार से पहला सवाल पूछा कि आपका मकान ईडी कार्यालय से 2 किलोमीटर की दूरी पर है फिर भी आपको आने में इतने दिन क्यों लग गए इसका जवाब उनके पास नहीं था। उनसे यह भी पूछा गया कि साहिबगंज में यह पहाड़ ऐसे ही कट कर बिक गए क्या तो इसका जवाब भी विभूति कुमार के पास नहीं था।
स्कूटी से पहुंचे थे डीएमओ
सोमवार को विभूति कुमार मीडिया की नजर से बचते हुए हाथ में फाइल लेकर स्कूटी से कार्यालय पहुंचे थे। इसके बाद उनसे पूछा गया आप के कार्यकाल में कितने अवैध खनन के केस दर्ज हुए, जिसका जवाब उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल में एक भी अवैध खनन का मामला दर्ज नहीं हुआ। फिर उनसे यह भी पूछा गया कि आपको नहीं लगता कि तीन-चार सालों में साहिबगंज में अवैध खनन बढ़ गया है तो उन्होंने कहा नहीं ऐसा नहीं है।