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Crime : कोयला तस्करी मामले में सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के लगाए आरोप को DMO ने बताया मनगढ़ंत

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द फॉलोअप टीम, बोकारोः
बेरमो अनुमंडल में अवैध कोयले का कारोबार इन दिनों चर्चा में है। बीती रात गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और गोमिया विधायक लंबोदर महतो ने एक कोल फैक्ट्री में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान कुछ ट्रकों पर अवैध कोयला लदे होने का आरोप लगाकर ट्रकों को जब्त कर लिया गया। ट्रकों के टायर से हवा निकाल दी गई और पुलिस को मौके पर पहुंचने के लिए कहा गया। 

कमजोर पड़ा प्रतिनिधियों का आरोप
अब दोनों जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि पुलिस देर से पहुंची इसलिए ट्रक वहां से भाग गया। मौके पर पहुंचे बोकारो के डीएमओ गोपाल दास के बयान के बाद पूरा मामला नया रूप ले रहा है। उनके बयान के बाद सांसद और विधायक का आरोप कमजोर दिख रहा है।

डीएमओ का क्या है बयान 
डीएमओ गोपाल दास ने कहा कि दोनों की शिकायत के बाद हमारी टीम मौके पर पहुंची। जांच के दौरान वाहन चालक नहीं मिला, गाड़ी के कागजात भी बरामद नहीं हुए। ट्रकों में जो कोयला लदा है, वो साबित नहीं हो पा रहा है कि कानूनी था या गैरकानूनी। फैक्ट्री के बारे में जो शिकायत थी, लेकिन जांच की गई तो फैक्ट्री का लाइसेंस वैध है। एनओसी देखने के बाद हमने फैक्ट्री को लाइसेंस दिया है। 

कोयले की की जायेगी जांच
यह कोयला कहां से निकला अब यह जांच का विषय है। अगर कोयले की वैधता की जानकारी मिलती है, तो ठीक है, नहीं तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। सांसद ने गाड़ी भगाने का आरोप लगाया है, ये मनगढ़ंत भी हो सकता है। पुलिस हमारा पूरा सहयोग कर रही है, आरोप पर ज्यादा कुछ नहीं कह सकते।

बंद नहीं होने वाला है कोयले का अवैध धंधा
बता दें कि बोकारो के बेरमो अनुमंडल के विभिन्न थाना क्षेत्रों से फिर अवैध कोयला का कारोबार आरंभ हो गया है। इस बार कोयला का अवैध कारोबार कोल फैक्ट्रियों की आड़ में किया जा रहा है। बंद कोयले के कारोबार के चालू हो जाने से इस बात का खुलासा हो गया है कि चाहे कुछ भी हो जाये बेरमो अनुमंडल से कोयला की तस्करी का कारोबार बंद नहीं हो सकता है। इस बार अवैध कोयला के कारोबार का मुख्य केंद्र पेटरवार, चंद्रपुरा, दुग्दा, पेंक नारायणपुर, नावाडीह एवं बोकारो थर्मल बना हुआ है।