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बदलती तस्वीर : झारखंड के 24 जिले में मॉडल स्कूल लगभग बनकर तैयार, आठ पुराने स्कूलों की भी बदलेगी रंगत

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रांची:

समेकित शिक्षा के सपना को सकार करने की दिशा में हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली झारखंड सरकार ने कदम बढ़ा दिये हैं। राज्य में 24 जिले हैं। हर जिले में मॉडल स्कूल बन रहे हैं। दिसंबर 2022 तक इसका निर्माण पूरा कर लिया जायेगा। हर जिले में तीन स्कूल शुरू करने की दिशा में सरकार तेजी से कार्य कर रही है। ऐसे स्कूलों में जिला स्कूल, कन्या उच्च विद्यालय और कस्तूरबा स्कूल शामिल हैं। स्कूल भवन तैयार होने के बाद बच्चों के लिए निजी स्कूल की तर्ज पर पठन-पाठन की प्रक्रिया शुरू होगी। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का विजन है कि इन स्कूलों में एक बार नामांकन लेने के बाद बच्चे माध्यमिक स्तर तक की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करें। उसके बाद उच्च शिक्षा के लिए आगे बढ़ें। 

प्रखंड स्तर पर 325 मॉडल स्कूल बनेंगे

जिला स्तरीय मॉडल स्कूल के निर्माण के बाद राज्य सरकार प्रखंड स्तर पर 325 मॉडल स्कूल का निर्माण कार्य शुरू करेगी, ताकि शिक्षा के विभिन्न मानकों तथा उत्कृष्ट आधारभूत संरचना के साथ आने वाले वर्षों में इन स्कूलों को विकसित किया जा सके।  इससे गरीब परिवार से आनेवाले बच्चों को समेकित शिक्षा का अवसर मिल सकेगा। 

 

जुलाई से अक्टूबर तक क्रमिक रूप से पूरा होगा निर्माण 
राज्य सरकार 13 जिले में कम से कम दो मॉडल स्कूलों के भवन का निर्माण पूर्ण कराने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। इसमें से कई आकांक्षी जिला हैं, जहां स्कूल का निर्माण किया जा रहा है। जुलाई 2022 तक आदर्श हाई स्कूल खूंटी, केजीवीके गुमला, एसएस गर्ल्स स्कूल सिमडेगा, राज्यकीय कस्तूरबा गर्ल्स स्कूल लोहरदगा, गर्ल्स हाई स्कूल जामताड़ा, मॉडल स्कूल दुमका, केजीवीके दुमका, प्लस टू गर्ल्स हाई स्कूल दुमका, मॉडल स्कूल लातेहार, जिला स्कूल चाईबासा, मॉडल स्कूल टाटानगर, स्कॉट हाई स्कूल चाईबासा, केजीवीके गर्ल्स स्कूल सरायकेला का निर्माण पूर्ण होगा। 

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे स्कूल

वहीं अगस्त 2022 में विभिन्न जिलों में 22 स्कूल, सितम्बर 2022 में 26 स्कूल, अक्टूबर में 14 स्कूल एवं नवंबर में तीन स्कूल के भवन का निर्माण पूर्ण कर लिया जायेगा। भवन निर्माण कार्य के बाद स्मार्ट क्लास, डिजिटल लईब्रेरी, स्टेम लैब समेत पठन-पाठन के अत्याधुनिक संसाधन से सम्पन्न होंगे स्कूल।