धनबाद:
कुमारधुबी गुरुद्वारा कमेटी के द्वारा बुधवार की रात गुरुद्वारा के पीछे स्थित तालाब पर मिट्टी भरवाया गया। इसकी वजह से गुरुवार की सुबह आसपास के घरों में तालाब और नाली का पानी घुसने लगा। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए और गुरुद्वारा प्रबंधक के ख़िलाफ़ नारेबाजी की। गुरुवार की सुबह कुमारधुबी बाघाकुड़ी ग्रामीणों में काफी आक्रोश दिखा। भारी संख्या में लोग जुटे गए और कमिटी के इस रवैये की आलोचना की। अशांति फैलाने का आरोप लगाया।
सरकारी जमीन के अतिक्रमण का आरोप
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि गुरुद्वारा कमेटी रात के अंधेरे में गुरुद्वारा के पीछे सरकारी जमीन में मिट्टी भराई कर अतिक्रमण कर रही है। तालाब में मिट्टी भर जाने से आसपास के घरों में तालाब और नाली का गंदा पानी घुस गया जिससे लोगों को काफी समस्या हुई। ग्रामीणों ने कहा कि कमिटी चोरी-छिपे इस तरह काम करता है। धर्म और समुदाय की बात करता है। इसे लेकर हम सभी ग्रामीण खामोश हैं। ग्रामीणों ने कहा कि यदि मिट्टी भरने का काम बंद नहीं किया जाता तो जिला प्रशासन से इसकी शिकायत करेंगे। इस घटना से 2 समुदायों में तनाव बढ़ सकता है।
ग्रामीणों ने कमिटी पर क्या आरोप लगाया
ग्रामीणों ने कहा कि जब हमने अवैध तरीके से मिट्टी भराई का विरोध किया तो सुबह दिखावे के लिए कमिटी ने जेबीसी मशीन से नाली की सफाई करवाई। ग्रामीणों का आरोप है कि नाली से निकली गंदगी को स्कूल परिसर में फेंक दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं कर रहे लेकिन मिट्टी भराई की वजह से नालियां जाम हो गईं। लोगों के घरों में गंदा पानी घुस गया। लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी ने आरोपों को नकारा
वहीं गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी की हेड निम्मा सिंह ने कहा कि गुरुद्वारा ने ऐसा कोई काम नहीं किया। ग्रामीणों का आरोप बेबुनियाद है। कहा कि घरों में पानी घुस जाने की शिकायत मिली तो हमने नाली साफ करवाई। अतिक्रमण जैसी कोई बात नहीं है।