द फॉलोअप डेस्क
प्रेस कांफ्रेंस करते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि इस सरकार के कारण देश की संप्रभुता खतरे में पड़ गयी है। वहीं, राज्य के युवाओं के साथ सरकार ने खिलवाड़ किया है। माननीय उच्च न्यायालय ने इस सरकार को फ्रॉड कह कर संबोधित किया है। भाजपा ने हमेशा कहा है कि यह सरकार झूठ बोल कर सत्ता में आई है।
CGL की परीक्षा में बड़े-बड़े दावे किए गए। बावजूद इसके सरकार ने नौकरी को बेचने का काम किया। वहे, जिस किसी ने भी इसका विरोध किया, उसको स्थानीय प्रशासन से मिलकर डराने धमकाने का काम कर रही है। इस सरकार ने परीक्षा के नाम पर पूरे राज्य का नेट बंद कर दिया और कहा कि असम की तर्ज पर यह काम किया है। जब कि असम सरकार ने परीक्षा से काफी पहले सूचना दे कर नेट बंद किया था। इस सरकार ने रात के 2 बजे से नेट बंद किया ताकि इनके लोग रात में ही प्रश्न पत्र बांटने का काम कर सके।
सरकार की हालत हो गई खराब
अमर ने कहा कि 22 सितंबर से 28 सितंबर में ही सरकार की हालात खराब हो गयी। 2019, 2022, 2024 की परीक्षा के कई सारे प्रश्न को दोहराया गया है। आज झारखंड की बदनामी पूरे देश में हो रही है और पूरा देश झारखंड की काबलियत पर प्रश्न उठा रहा है। जबकि हकीकत यह है कि कमी सरकार में है। परीक्षा से पहले ही उत्तर छात्रों के हाथ में आ गए थे। छात्र पर सरकार का दबाव ज्यादा है इसलिए छात्र डरे हुए हैं। भाजपा ने इस गड़बड़ी को प्रमुखता से उठाया है। छात्रों ने jssc के समक्ष सारे पुख्ता सबूत पेश किये हैं।
उन्होंने कहा कि जिस छात्रों ने सच के साथ खड़ा होने का काम किया है, उनको धमकी मिल रही है। नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि यदि किसी भी छात्र के साथ कोई भी अप्रिय घटना घटती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।
नेता प्रतिपक्ष ने साफ कहा कि क्या सरकार एक भी नौकरी बिना किसी गड़बड़ी के दे सकती है? इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री को सामने आना चाहिए और jssc के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।