जामताड़ा
कुर्मी समाज अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिलाने कि मांग पर 20 सितंबर 2025 को झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिसा में एक साथ ट्रेन रोकेगा, इस पर केंद्रीय समिति निर्णय लेगी और इस मुद्दे पर हम सब केंद्रीय समिति के साथ खडे है। रविवार को जामताड़ा के मिहिजाम में आयोजित शिवाजी समाज के दो दिवसीय 52वें अधिवेशन में उपस्थित वक्ताओं नें ये बात रखी। कुर्मी नेता रामेश्वर चौधरी नें कहा कि 1930 के पहले तक कुर्मी समाज आदिवासी के केटेगरी में ही था। समाज के कुछ लोग खुद को सुपीरियर दिखलाने के लिए आदिवासी केटेगरी से अलग हुए थे, लेकिन हमारा बेसिक नेचर खानपान, रहन सहन, उठना बैठना, वेश भूषा, शादी विवाह कि रिसमें जितने भी कल्चर है सबकुछ आदिवासी से ही मेल खाता है। इसी आधार पर हम लड़ रहे है कि ज़ब हम आदिवासी थे तो हमें एसटी का दर्जा मिलना चाहिए।
अधिवेशन में संगठन के इतिहास और योगदान पर भी चर्चा हुई। मौके पर नई कार्यकारिणी का भी गठन किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष सुबोध कुमार राय, महासचिव जितेंद्र कुमार को चुना गया, कार्यक्रम से पहले मोटरसाइकिल रैली निकाली गयी और दिवंगत निर्मल महतो कि प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये गए। इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।