द फॉलोअप डेस्क
गोड्डा से दीपिका पांडे का टिकट काटकर विधायक प्रदीप यादव को दे दिया गया। वहीं अब चतरा से विपक्ष के प्रत्याशी के एन त्रिपाठी का विरोध जारी है। पार्टी अब उनके नाम पर भी मंथन कर रही है और रिपोर्ट मांग रही है। चर्चा है कि अगर प्रत्याशी की रिपोर्ट सही नहीं पाई गई तो उनका नाम भी बदला जा सकता है। अगले 4-5 दिन में इसपर भी फैसला आने की संभावना है। बता दें कि विपक्षी गठबंधन से पहले बीजेपी ने भी यह कदम उठाया है। बीजेपी ने सांसद सुनील सोरेन के नाम की घोषणा के बाद उनका टिकट काट कर विधायक सीता सोरेन को दे दिया था।
के एन त्रिपाठी का हो रहा जोरदार विरोध
गौरतलब है कि बीजेपी की ओर से प्रत्याशियों की घोषणा और फिर उसमें भी बदलाव होने के बाद भी कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की जा रही थी। कांग्रेस का रुख था कि वह ठोक बजाकर प्रत्याशियों के नाम का एलान करेगी, ताकि उसे बाद में भाजपा की तरह प्रत्याशी बदलना न पड़े। बावजूद इसके कांग्रेस ने नेताओं-कार्यकर्ताओं के विरोध के दबाव में एक प्रत्याशी बदल दिया है और एक बदलने की तैयारी में है। कांग्रेस ने इस बार जिन लोगों को टिकट दिया है, उनमें दो विधायकों और दो पूर्व विधायकों पर भरोसा जताया, जबकि जिन दो महिलाओं अनुपमा सिंह और यशस्विनी सहाय को टिकट दिया है, वे पहले कोई चुनाव नहीं लड़ी हैं। अनुपमा सिंह पहली बार धनबाद से और यशस्विनी सहायक रांची से चुनाव लड़ेंगी। वहीं, कालीचरण मुंडा लगातार चुनाव लड़ते रहे हैं, लेकिन जीत नहीं मिल सकी है।
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