जामताड़ाः
नारायणपुर थाना कांड संख्या1/2021के पीड़ित दलित परिवार का जामताड़ा कोर्ट परिसर स्थित अंबेडकर मूर्ति के समक्ष धरना का आज दूसरा दिन भी जारी है। पीड़ित परिवार नारायणपुर के चिरुडीह गांव के हैं। धरना दे रहे परिवार दलित हैं और न्याय पाने के लिए धरना दे रहे हैं पीड़ित परिवार की सदस्य सुनीला देवी का कहना है की घटना 2021 का है जब चिरुडीह गांव के रमजान मियां और उनके कुछ सहयोगियों के साथ मिलकर उनके अपने ही पैतृक संपत्ति से बेदखल कर दिया गया था एवं जबरन धर्म परिवर्तन के लिए धमकी ,अपमानजनक जातिसूचक गाली- गलौज देकर गांव से भागने के लिए मजबूर किया उन दिनों इन परिवारों ने लंबा संघर्ष किया और जिला प्रशासन के सहयोग से पुनः गांव में रहने लगा पीड़ित दलित परिवारों का कहना है जिला प्रशासन द्वारा इस बात का आश्वासन दिया गया था कि अभियुक्तों पर कार्रवाई होगी।
नहीं हुई गिरफ्तारी अब तक
सुनीला देवी का कहना है इस मामले में दिल्ली अनुसूचित जाति आयोग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का जामताड़ा आगमन हमें न्याय दिलाने हेतु हुआ था आयोग का सख्त निर्देश था कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो एवं कब्जाए जमीन पुनः दलित परिवारों को वापस दिलाने का सख्त निर्देश जिला प्रशासन जामताड़ा को दिया गया था,पीड़ित परिवार के अनुसार जिला प्रशासन जामताड़ा न तो अभियुक्तों की अभी तक गिरफ्तारी की है नो ही इनके पुरखों की जमीन जो लगभग 7 एकड़ 36 डिसमिल वापस मिला है धरना दे रहे पीड़ित परिवारों का कहना है जब तक इन्हें जमीन नहीं मिलेगी और अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक धरना स्थल से नहीं हटेंगे। बताते चलें कि धरना स्थल पर जामताड़ा एसटी/एससी थाना कांड संख्या1/2020एवं2/2020 के अभियुक्त राकेश गुप्ता एवं अन्य की गिरफ्तारी को लेकर मामले की शिकायतकर्ता सुबोध बाउरी एवं दलित समाज के लोग धरना दे रहे हैं।
अभियुक्तों को गिरफ्तारी नहीं किया जा रहा है
पीड़ित सुबोध बावरी ने कहा कि हम अभियुक्त राकेश गुप्ता एवं अन्य की गिरफ्तारी तक अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए है। जामताड़ा एसटीएससी थाना कांड संख्या 1/2020 एवं2/ 2020 दलित उत्पीड़न मामला है जिसका मुख्य अभियुक्त अरुण गुप्ता एवं अन्य है, इन तमाम मामलों में धरना दे रहे हैं दलित परिवारों द्वारा न्याय पाने के लिए अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हुए हैं। यह धरना पुलिस प्रशासन का दलित उत्पीड़न मामले में प्रशासन का ढुलमुल रवैये का खिलाफ है।
सुबोध बावरी ने कहा कि उक्त मामले में अनुसूचित आयोग नई दिल्ली पुलिस महा निरीक्षक दुमका पुलिस अधीक्षक जामताड़ा के शब्द निर्देश के बावजूद भी अभियुक्तों को गिरफ्तारी नहीं किया जा रहा है । सुबोध बावरी ने कहा कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी जब तक नहीं होगी और न्याय मिल नहीं मिलेगा तब तक अनिश्चितकालीन धरना चलते रहेगा मौके पर भारी संख्या में दलित समाज के लोग एवं उत्पीड़न के शिकार सभी दलित परिवार के सदस्य उपस्थित थे l