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रांची : रिम्स निदेशक के भवन का नाम उल्लू का पट्ठा हो, इनको पद्मश्री के बजाए गोबरश्री मिलना थाः सी.पी. सिंह 

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रांचीः 
रिम्स की लचर व्यवस्था को लेकर बीते दिनों हाईकोर्ट ने मौखिक टिप्पणी करते हुए निदेशक से कहा था कि अगर आपसे काम नहीं संभल रहा है तो इस्तीफा दे दीजिए। इसी को लेकर आज भाजपा नेताओं ने भी एक दिवसीय धरना दिया। इस दौरान भाजपा नेताओं ने जमकर हेमंत सरकार पर निशाना साधा। भाजपा विधायक सीपी सिंह ने निदेशक कामेश्वर प्रसाद के भवन की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस भवन नाम उल्लू का पट्ठा भवन होना चाहिए, कौन हैं वो लोग जिन्होंने इनको पद्मश्री दे दिया। इनको तो गोबर श्री से नवाजा जाना चाहिए। अगर इनसे काम नहीं होता है या इनमें थोड़ी भी शर्म बची है तो तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। मुझे तो शक है कि जब इस अस्पताल की व्यवस्था इतनी खराब है तो यहां आने वाले बच्चे क्या पढ़कर जाते होंगे या क्या सीखते होंगे इसके तो भगवान ही मालिक है। यह सब कुछ सरकार के संरक्षण में हो रहा है। हेमंत सरकार ने रिम्स प्रबंधन को मनमानी करने की छूट दी है। 

 

सरकार बदहाली की जिम्मेदार
इधऱ राज्यसभा सांसद आदित्य साहू ने कहा कि हेमंत सोरेन से जनता त्रस्त है। ये खुद को आदिवासियों का हितैशी कहते हैं, जबकि ये कैसे आदिवासी हैं कि इनसे आदिवासियों मूलवासियों का दर्द महसूस नहीं होता है। आदिवासियों की रिम्स में तड़प-तड़पकर मौत हो रही है। सरकार में चौतरफा गिरावट हो रहा है। रिम्स की व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। सरकार कमीशन खोरी में डूब चुकी है। कांके विधायक समरी लाल ने कहा कि रिम्स के बदहाली का जिम्मेवार झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, विभाग के उच्च अधिकारी और रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद है। इस दौरान भाजपा के कई नेता मौजूद रहे। कल यानि मंगलवार को भाजपा बिजली के मुद्दे पर सरकार को घेरेगी।