रांची:
बजट पर चर्चा में बोलते हुए भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा कि जब से यह राज्य बन है तभी से आदिवासियों की जमीन लूटने की बात सदन में चलती आ रही है। जब से अलग राज्य बना है तभी से सभी इस मामले पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। कहा कि सरकार बताए कि आदिवासियों की जमीन किसने लूटी है। सरकार इस पर श्वेत पत्र जारी करे।
आदिवासी के नाम पर राजनीति हो रही है!
सीपी सिंह ने कहा कि यदि राज्य के 81 विधायकों ने आदिवासियों की जमीन लूटी है तो उसकी जांच कराकर सदन के पटल पर रिपोर्ट रखे। सिर्फ आदिवासी के नाम पर राजनीति चमकाई जा रही है।
गाड़ियों के लिए खाली नहीं है खजाना!
सीपी सिंह ने कहा कि सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्रियों के लिए महंगी गाड़ी खरीदने के लिए राज्य का खजाना खाली नहीं है लेकिन राज्य की गरीब जनता के लिए सरकार का खजाना खाली है। कहा कि मोरहाबादी मैदान में गोली चलती है और गाज गिरती है वहां जीविका चला रहे गरीब दुकानदारों पर। स्थिति यह होती है कि आर्थिक तंगी के कारण एक गरीब फांसी लगा लेता है।
बालू का अवैध उत्खनन राज्य में जारी है!
सीपी सिंह ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि नामकुम में आदिवासी लोगों को नोटिस दिया जा रहा है। भाषा विवाद सरकार की उपलब्धि है। मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ गयी है। राज्य में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है। बालू का अवैध उत्खनन हो रहा है। जेपीएसी भर्ती घोटाले का अड्डा बन गया है। मनरेगा भुगतान में गड़बड़ी, ट्रांसफर पोस्टिंग उद्योग बन गया है।