द फॉलोअप डेस्कः
मैं रात भर सो नहीं पाया महोदय। निलंबित नहीं होने से मैं दुखी हूँ। यह बातें सदन में भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कही। उन्होंने कहा कि नींद की दवा भी काम नहीं आयी। आपको मुझे भी निलंबित करना था. मैं भी अपने साथी विधायकों के साथ ही था।
संसदीय कार्य मंत्री भी दुखी हैं महोदय
नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि सिर्फ मैं दुखी नहीं हूँ। संसदीय कार्य मंत्री रामेश्वर उरांव भी दुखी हैं। विधायकों के निलंबन के वह खिलाफ थे। इसलिए उन्होंने निलंबन का प्रस्ताव खुद नहीं लेकर आये। दरअसल नीलकंठ सिंह मुंडा तंज कसते हुए सवाल उठा रहे थे। संसदीय कार्य मंत्री की जगह झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने विधायकों के निलंबन का प्रस्ताव लाया था।