गिरिडीह
विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस पार्टी की ओऱ से गिरिडीह में संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस दौरान पार्टी के अंदर की गुटबाजी उस समय खुलकर सामने आ गयी, जब कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। मिली खबर के मुताबिक एक ही बैठक में दो बार हंगामा हुआ। पहली बार हंगामा बैठने के लिए कुरसी को लेकर हुआ। इस समय बैठक में प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश नहीं पहुंचे थे। दरअसल, बैठक के बीच ही बगोदर के नेता डॉ सलीम अंसारी को कुरसी से उठने के लिए कहा गया। सलीम उठे तो उनके साथ आये कार्यकर्ता नाराज हो गए और वे हंगामा करने लगे। वहीं, दूसरी बार केशव महतो के पहुंचने के बाद भी हंगामा हुआ। इसमें दो गुट एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते दिखे।
मिली खबर में बताया गया है कि पहली बार हंगामा बगोदर के नेता डॉ सलीम अंसारी के साथ आये कार्यकर्ता ने शुरू किया। ठीक इसी समय जमुआ से आये कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। इस बार जमुआ के प्रखंड अध्यक्ष महसर इमाम की अगुवाई में कुछ लोगों ने हंगामा किया। इस बाबत हंगामा करनेवाले महसर इमाम ने कहा कि जिलाध्यक्ष धनंजय सिंह और कार्यकारी अध्यक्ष सतीश केडिया लगातार कार्यकर्ता की उपेक्षा कर रहे हैं। इसकी शिकायत पिछले दिनों कई बार की गयी। कहा कि विधानसभा चुनाव में जमुआ में पार्टी प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रही थी। इसके बाद भी यहां कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गयी। कहा कि लगातार उपेक्षा से कार्यकर्ता नाराज हैं। उन्होंने जिलाध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष को हटाने की मांग की प्रदेश अध्यक्ष से की है। हालांकि इस बाबत प्रदेश अध्यक्ष की ओऱ से कोई खबर लिखे जाने तक नहीं आया था।