रांची:
बिहार में जातिगत गणना के आंकड़े जारी होने के बाद झारखंड में भी सियासी हलचल तेज है। आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने प्रदेश में जातिगत जनगणना की मांग की थी। अब जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने भी झारखंड में जातीय सर्वेक्षण की मांग उठाई है। इरफान अंसारी ने ना केवल जातीय सर्वेक्षण की मांग उठाई बल्कि यह भी कहा कि जिसकी जितनी आबादी उसको उतना हक मिलना चाहिए। इरफान अंसारी ने यह भी कहा कि राज्य में आदिवासियों की स्थिति ठीक नहीं है।
बाहरी लोगों ने आदिवासी जमीन कब्जाया!
समाचार वेबसाइट ईटीवी झारखंड को दिए इंटरव्यू में डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि झारखंड में आदिवासियों के पास जमीन नहीं बची। बाहरी लोगों ने जनजातीय जमीनों पर कब्जा कर लिया है। इरफान अंसारी ने पूर्व मुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप लगाया। कहा कि उनके पास करोड़ों एकड़ आदिवासी जमीन है।
कांग्रेस ने भी जातिगत सर्वेक्षण का समर्थन किया
गौरतलब है कि इससे पहले झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा था कि हमारी पार्टी ने हमेशा जातिगत जनगणना का समर्थन किया है। हमने बिहार में भी इसका समर्थन किया। हालांकि, अभी तक सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इस पर चुप्पी साध रखी है। वहीं, आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए यह कहा था कि यदि उनमें हिम्मत है तो अविलंब राज्य में जातीय सर्वेक्षण कराना चाहिए।