रायपुर:
विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के सौतेले व्यवहार के बावजूद हमारी सरकार ने अच्छा काम किया है। केंद्र सरकार ने आर्थिक सपोर्ट देना बंद कर दिया है, बावजूद इसके हमारी सरकार ने आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के वेतनमान में वृद्धि की। केंद्र के असहयोगात्मक रवैये की वजह से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में संचालित मिड डे मील योजना संकट में है। जीएसटी का करोड़ों रुपया बकाया है। यदि बकाया पैसा हमें मिल जाता तो और बेहतर सुविधा दी जा सकती थी। दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री असाध्य रोग योजना के तहत लाभार्थियों को दी जाने वाली राशि में बढ़ोतरी की गई है।
बीजेपी से क्यों नहीं सवाल पूछा जाता है!
रायपुर में पिकनिक मनाने के आरोपों पर दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि ये सवाल तो बीजेपी से किया जाना चाहिए कि वो क्यों विधायकों को तोड़ने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा कि जब असम में शिवसेना के विधायक थे तो बीजेपी से यही सवाल क्यों नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि रायपुर में सारे विधायक अपनी कुव्वत से रह रहे हैं। बीजेपी ने ऐसी परिस्थितियां पैदा की हैं कि हमें अपने प्रदेश से दूर यहां रहना पड़ रहा है। हमें अपनी सुरक्षा और एकजुटता सुनिश्चित करने के लिए रायपुर में रहना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमें अच्छा थोड़ी लगता है कि हम जनता की खुशी और तकलीफ में शामिल नहीं हो पा रहे।
एकजुटता दिखाने के लिए हम यहां हैं!
दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि हमारी सरकार मजबूत है और सभी विधायक एकजुट हैं। भारतीय जनता पार्टी की करतूतों की वजह से हमलोग रायपुर आने को विवश हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमसे सवाल पूछा जाता है कि हम रायपुर में क्यों हैं लेकिन बीजेपी के जो लोग थैला लेकर विधायकों को खरीदने निकलते हैं उनकी आंख में आंख डालकर कोई नहीं पूछता कि वे क्यों लोकतांत्रिक ढंग से चुनी हुई सरकारों को अपदस्थ करने का प्रयास करते हैं। दीपिका पांडेय सिंह ने मीडियाकर्मियों से कहा कि आपलोगों को जाकर गृहमंत्री और प्रधानमंत्री से सवाल पूछना चाहिए कि क्यों वे विपक्ष को तोड़ने का प्रयास करते हैं।
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शनिवार को ही रायपुर गए थे यूपीए विधायक
गौरतलब है कि झारखंड में जारी सियासी संकट के बीच बीते शनिवार को यूपीए के 32 विधायकों ने रायपुर के लिए उड़ान भरी थी। इस समय मंत्रियों को छोड़कर यूपीए विधायकों की एक बड़ी संख्या रायपुर स्थित मेफेयर गोल्ड रिजॉर्ट में है। हालांकि, बोरियो विधानसभा से झामुमो के वरिष्ठ विधायक लोबिन हेंब्रम और रामगढ़ विधायक ममता देवी सहित कुछ अन्य लोग झारखंड में ही हैं।