logo

युवाओं को नौकरी पर रख लोगों से सट्टा खेलवाती है रांची की ये कंपनी, रहने–खाने का भी करती है इंतजाम

sattebazi.jpg

द फॉलोअप डेस्क
रांची में एक कंपनी का पर्दाफाश हुआ है जो युवाओं को फंसाकर सट्टा का बाजार चलाया करती थी। इस कंपनी में काम करने वाले युवाओं को न सिर्फ वेतन दिया जाता था बल्कि उनके रहने रहने-खाने का भी इंतजाम कंपनी द्वारा ही किया जाता था। गुप्त जानकारी मिलने पर पुलिस ने छापेमारी कर इसका भंडाफोड़ किया है। साथ ही 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा है। पुलिस आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है। वहीं आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारियां दी है। 


3 मास्टरमांइड की तलाशी में जुटी पुलिस
आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि जरीडीह बस्ती के रहने वाले बृजमोहन, आनंद, संदीप और अनुराग इस कंपनी को चलाते हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है। इन आरोपियों की कुंडली खंगाली जा रही है। पुलिस पदाधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। उनकी गिरफ्तारी के बाद इस गिरोह के बारे में पुलिस को और भी जानकारी मिलेगी। वहीं दूसरी ओर रोहित रजक, सुरेश कुमार हांसदा, प्रिंस कुमार, काजल अड्डी, सौरभ कुमार गुप्ता, शुभम भाटिया उर्फ राहुल, विक्की कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। 


11.50 लाख रुपए नगद बरामद
पुलिस ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि दीपाटोली न्यू नगर बांधगाड़ी में ऑनलाइन फर्जी तरीके से सट्टा खेलाया जा रहा है। सूचना के बाद 24 फरवरी को पुलिस की टीम ने उस मकान में छापेमारी की। पुलिस को देखते ही मौजूद आरोपी भागने लगे। हालांकि, पुलिस ने सात आरोपियों को दबोच लिया। कमरे की तलाशी के बाद पुलिस की टीम को 11.50 लाख रुपए नगद, 28 सिम कार्ड, 15 एटीएम कार्ड, 12 स्मार्ट फोन और डोम्स कंपनी का कलम के अलावा अन्य चीजें बरामद की थी।