द फॉलोअप डेस्कः
ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दो दिन का समय दिया था कि वह खुद ही जगह तय करें जहां ईडी के अधिकारी जाकर उनसे पूछताछ कर लें। दो दिन खत्म हो चुका है। सीएम ने ईडी अधिकारियों को कोई जगह तो नहीं बताई लेकिन उन्होंने हर बार की तरह एक पत्र अपने दूत से ईडी दफ्तर भिजवा दिया है। जिसमें लिखा है कि वह जांच में एजेंसी का सहयोग करेंगे लेकिन पहले उन्हें स्पष्ट किया जाए कि आखिर एजेंसी उन्हें किसलिए बुला रही है। साथ ही उन्होंने कहा है कि मुझसे पहले समन की जानकारी मीडिया को हो जाती है। इस कारण से उनको मीडिया ट्रायल का फेस करना पड़ रहा है।
छवि धूमिल करने की कोशिश
जानकारी के मुताबिक सीएम ने पत्र में लिखा है कि इडी उन्हें बार-बार समन कर रही है, जबकि उन्होंने सभी मामलों में अपना पक्ष स्पष्ट रूप से पहले ही रख दिया है। इसके साथ ही लिखा है कि एजेंसी का समन राजनीति से प्रेरित है और बार-बार समन भेजकर उनकी छवि धूमिल की जा रही है। सीएम ने ED से यह आग्रह है कि ईडी उनके खिलाफ फिलहाल कोई कार्रवाई न करे।
नया समन का कोई मतलब नहीं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी को भेजे अपने पत्र में एजेंसी पर ही कई आरोप लगा दिए हैं। ईडी सूत्रों के अनुसार सातवें समन के जवाब में भेजे गए अपने पत्र में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लिखा है कि बेवजह उनको लेकर एजेंसी मीडिया ट्रायल करवा रही है। ईडी का लगातार समन भेजना कहीं से भी उचित नहीं है। सीएम ने यह भी लिखा है कि वे ईडी के सारे सवालों का जबाब दे चुके हैं, ऐसे में नया समन भेजने का कोई मतलब नहीं है।