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शीतकालीन सत्र 2023 : 5 साल का कार्यकाल पूरा कर फिर सरकार बनाएंगे हम, विधानसभा में सीएम हेमंत का दावा

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द फॉलोअप डेस्क, रांची:

अनिश्चितताओं की चर्चा के बीच शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन सीएम हेमंत सोरेन ने बड़ा दावा किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल की मदद से विपक्ष (बीजेपी) सरकार को हिलाने-डुलाने का काम करता है, लेकिन मेरी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। फिर से सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार बनने के चंद घंटे बाद से ही विपक्ष सरकार गिराने का षड्यंत्र करता रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि "हमारे कदम चलते रहेंगे जब तक सांस है, हम वो मुसाफिर नहीं की बाधा देख कर चलना छोड़ दें" । सीएम ने कहा कि हमने कोरोना और सुखाड़ देखा। निश्चिंत रहिये सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। 

1932 को सहमति देकर फूंक देते हैं राज्यपाल का कान
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के लोग सदन में 1932 स्थानीयता बिल को सहमति देते हैं और बाहर राज्यपाल का कान फूंक देते हैं। मेरी सरकार दिल्ली से नहीं बल्कि गांव से चलती है। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को लेकर लोगों में उत्साह है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आबुआ आवास योजना के तहत गरीबों को पक्का मकान देगी। 

क्या हम 25 साल के युवा झारखंड को सशक्त कह पाएंगे!
सीएम ने कहा कि ऐसे वक्त में राज्य का मुझे बागडोर मिला जब चंद सालों में ही यह युवा राज्यों की गिनती में आ गया।  सबसे अधिक विपक्ष को ही सरकार चलाने का मौका मिला। झारखंड देश का सबसे पिछड़ा राज्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ समय बाद झारखंड युवा हो जाएगा लेकिन क्या हम कह पाएंगे कि हमारा प्रदेश सशक्त है। सीएम ने कहा कि विपक्ष अधिकांश समय माता-पिता की भूमिका में था। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में महामारी जैसी विपत्ति में भी हमारी सरकार ने किसी नागरिक को भूखा मरने नहीं दिया। सीएम ने कहा कि नए सदन में हीटर लगा है। ठंड भी है। हमें ऐसी विरासत मिली है। माइक में बोलने के लिए हेडफोन लगाना पड़ता है। सीएम ने कहा कि आज कमोबेश हम घाटे के बजट के साथ आगे बढ़ रहे हैं। 

लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर में हो रही घटना देश देख रहा है!
विपक्ष पर सरकार को कोसने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें डराने-गिराने का निरंतर प्रयास किया गया। सदन सबसे बड़ा मंदिर है। यहां मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा को मानने वाले सभी लोग बैठते हैं। जब सोचता हूं कि सबसे बड़ा कौन तो सब धर्मों के लिए सम्मान जागता है लेकिन यह सदन तो लोकतंत्र का मंदिर है। हमने से ऊपर लोकसभा है। राज्यसभा है। हम उनसे सीखते हैं। आज लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर में क्या हो रहा है, देख रहे हैं। आज भी 3 सांसदों को निंलबित कर दिया। 

सामाजिक सुरक्षा के मोर्चे पर विपक्ष की सरकार ने क्या किया? 
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष को बताना चाहिए कि सामाजिक सुरक्षा के मोर्चे पर इन्होंने क्या किया? मुख्यमंत्री के संबोधन के दौरान विपक्षी विधायकों ने वॉकआउट किया। सीएम हेमंत ने कहा कि यही दिक्कत है। उनसे सच्चाई सुनी नहीं जाती। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं 4 साल में सभी समस्याओं के समाधान का दावा नहीं कर रहा हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यह मजदूर पैदा करने वाला राज्य नहीं रहेगा।