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पशु चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र सौंप बोले सीएम हेमंत, ये तो पहले हो जाना चाहिए था

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द फॉलोअप डेस्क, रांची 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रोजेक्ट भवन में 66 पशु चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र सौंपा। सीएम हेमंत ने कहा कि इस पहल से न केवल पशुपालकों बल्कि ग्रामीण इलाकों में किसानों को भी फायदा होगा। सीएम हेमंत ने पूर्ववर्ती सरकार पर तंज करते हुए कहा कि यह काम पहले हो जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कृषक-पशुपालक भगवान भरोसे थे। ऐसे हालात तब हैं जबकि प्रदेश में पशु चिकित्सकों की शिक्षा के लिए कॉलेज बने हैं। कृषि विश्वविद्यालय हैं। बावजूद इसके काम नहीं हुआ।

राज्य को समृद्ध और खुशहाल बनाने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की चिंता है कि प्रदेश के गांव कैसे समृद्ध और खुशहाल बने। ना केवल नागरिक बल्कि बल्कि पशु भी स्वस्थ हों। उन्होंने कहा कि झारखंड में कुपोषण वर्षों तक बड़ी समस्या रही है। उन्होंने कहा कि यदि किसान और पशुपालक समृद्ध होंगे तो गांव में खाने के पर्याप्त अनाज, दूध, मांस और अंडे की उपलब्धता होती को कुपोषण की समस्या होती ही क्यों? उन्होंने कहा कि एक ओर हम चांद पर जा रहे हैं तो दूसरी ओर गांव में कुपोषित और दिव्यांग बच्चे पैदा होते हैं। यह विकास नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 में हमारी सरकार बनते ही कोविड आ गया। 

हमारी सरकार के सामने कई चुनौतियां हैं!
सीएम सोरेन ने कहा कि राज्य में सुखाड़ पड़ा। हमारा झारखंड देश के पिछड़े राज्यों में शुमार है और हमारी सरकार के सामने कई चुनौतियां हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी कोविड तो कभी सुखाड़ जैसे झंझावातों में ढाई वर्ष गुजर गए। हमारी मुख्य चिंता है कि राज्य की नींव कैसे मजबूत की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने राज्य को दीमक की तरह चाटा।