रांची
सीएम चंपाई सोरेन ने आज कहा कि बीजेपी के नेता आरोप लगाते हैं कि झारखंड में घुसपैठिये आकर यहीं की डेमोग्राफी बदल रहे हैं। पूछा, आखिर ये घुसपैठिये आते कहां से हैं? अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर पर चौकीदारी का जिम्मा झारखंड सरकार को कब मिला? राजनीति करने की जगह, उस सीमा को सील क्यों नहीं किया जाता। यह गलती किस की है। झारखंड में राशन कार्ड तक आधार संख्या के बिना नहीं बनते। जब आधार कार्ड बनाने वाली एजेंसी केंद्र सरकार के अधीन काम करती है, नागरिकता देना भी केंद्र के अधिकार क्षेत्र आता है, तो फिर इस प्रक्रिया में होने वाली गड़बड़ी के लिए कौन जिम्मेदार है।
इतिहास में पहली बर इतनी गरीबी
सीएम चंपाई ने कहा कि महंगाई के मुद्दे पर सत्ता में आई बीजेपी सरकार के राज में एलपीजी सिलेंडर की कीमतें ₹400 से बढ़ कर ₹1100 हो गईं। दुनिया भर में पेट्रोलियम की कीमतें निचले स्तर पर होने के बावजूद पेट्रोल- डीजल से लेकर वाहनों तक की कीमतें उच्चतम स्तर पर हैं। राशन से लेकर सब्जी- भाजी और तेल- मसालों का हाल देखिए। हालात ऐसे हैं कि देश के इतिहास में पहली बार 80 करोड़ लोगों को 5 किलो अनाज देना पड़ रहा है।
युवाओं की बदहाली जैसे मुद्दे गायब हैं
उन्होंने आगे कहा, लेकिन उनके एजेंडा से महंगाई, बेरोजगारी तथा युवाओं की बदहाली जैसे मुद्दे गायब हैं। जुमलों से बचिए, वैसे लोगों को अपना सांसद चुनिए, जो आपके मुद्दों को देश की सबसे बड़ी पंचायत में उठा सकें। कहा, झारखंड के अधिकतर सांसदों द्वारा जिस प्रकार राज्य की जनता की मांगों एवं अपेक्षाओं को लगातार नकारा गया है, जिस तरह से उन्हें महंगाई, 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति, ओबीसी आरक्षण, सरना/आदिवासी धर्म कोड समेत अन्य मुद्दों पर जुमले सुनाये गए हैं, उसका जवाब जनता देगी।
हमें फॉलो करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें -