जमशेदपुर
एमजीएम थाना क्षेत्र के रुहीडीह स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) ज्योति कुमारी की हत्या के मामले में नया मोड़ सामने आया है। ज्योति कुमारी की हत्या के आरोप में उनके कथित पति यानी लिव-इन पार्टनर डॉ. विजय मोहन सिंह को पुलिस ने गिरपतार कर लिया है। शुरुआत में डॉ. विजय मोहन ने हत्या में अपनी संलिप्तता से इनकार किया था, लेकिन पुलिस के द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने के बाद उसने हत्या करने की बात स्वीकार कर ली है। पुलिस के अनुसार, डॉ विजय मोहन ने हत्या की बात स्वीकार करते हुए बताया कि वह ज्योति के किसी अन्य व्यक्ति से प्रेम संबंध को लेकर शक करता था। इस शक के कारण उसने ज्योति की हत्या करने की योजना बनायी। इसके लिए डॉ. विजय मोहन ने छोटे गैंता से ज्योति के सिर पर 3 वार किये, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गयी और बाद में उसकी मौत हो गयी। आरोपी ने बताया कि वह पूरी घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम देना चाहता था। जानकारी के अनुसार, डॉ. विजय मोहन और ज्योति की मुलाकात स्वास्थ्य विभाग में हुई थी। बाद में दोनों एक-दसरे के करीब आये और लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे थे।
बता दें कि 17 अप्रैल को ज्योति कुमारी पर हमला हुआ था। जिसके बाद 23 अप्रैल को रांची स्थित मेडिका अस्पताल में ज्योति कुमारी का इलाज के दौरान निधन हो गया था। इसके बाद मेडिकल बोर्ड का गठन कर ज्योति के शव का पोस्टमार्टम किया गया। पास्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया और घटना की जांच शुरू कर दी गयी। इधर, एमजीएम थाना अंतर्गत रुहीडीह स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सीएचओ (कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर) ज्योति कुमारी की हत्या के विरोध में शक्रवार को राज्यभर से सीएचओ जमशेदपुर पहुंची थी। झारखंड कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर्स एसोसिएशन के बैनर तले साकची आमबागान मैदान में जमा होकर वहां प्रदर्शन किया। उसके बाद एक रैली निकाल कर उपायुक्त कार्यालय पहुंची। यहां उपायुक्त व एसएसपी से मिलकर अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा।