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झारखंड के सरकारी स्कूलों में सीटी बजाकर बुलाए जाएंगे बच्चे, जानें क्या है प्लान

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द फॉलोअप डेस्क
झारखंड सरकार (Jharkhand Government) अब सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के उद्देश्य से सीटी बजाओ,उपस्थिति बढ़ाओ (blow the whistle, increase attendance) अभियान चलाने जा रही है। झारखंड शिक्षा परियोजना (Jharkhand Education Project) इसकी तैयारी में जुट गई है। इस अभियान के तहत बच्चे मॉनिटर के नेतृत्व में सीटी बजाते हुए स्कूल जाते हैं, जिससे अभिभावकों को पता चल जाता है कि स्कूल खुला है। इस अभियान के माध्यम से बच्चों के साथ अभिभावकों में भी बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। गौरतलब है कि पहले यह अभियान राज्य के सिमडेगा जिला के सरकारी स्कूलों में चलाया गया था। सकारात्मक नतीजे मिलने पर इसे पूरे राज्यभर के स्कूल में चलाने के निर्णय लिया गया है। 


शिक्षा सचिव कर रहे अभियान की मॉनिटरिंग
अभियान के राज्य पदाधिकारी बादल राज ने बताया कि यह एक कम लागत वाला मॉडल है, जो कारगार और सकारात्मक नतीजे दे रहा है। शिक्षा सचिव के रवि कुमार इस कार्यक्रम को खुद मॉनिटर कर रहे हैं। अभियान ग्रामीण इलाकों में इतना सफल है कि अब हर जिले में 'सीटी बजाओ, स्कूल बुलाओ' अभियान को लागू करने की तैयारी की जा रही है। अभियान का उद्देश्य आउट ऑफ स्कूल, ड्रॉप आउट बच्चों को भी स्कूलों तक लाना है।


समझिए क्या है सीटी बजाओ,उपस्थिति बढ़ाओ अभियान 
इस अभियान के तहत हर गांव-टोले के एक एक बच्चे को सीटी दी जाती है और उसे 20 से 25 बच्चे को स्कूल लाने की जिम्मेदारी दी जाती है। जिस बच्चे को यह जिम्मेदारी मिलती है, उसके अंदर प्रबंधन और नेतृत्व कौशल का भी जबरदस्त विकास होता है। छात्र सीटी बजाते हुए उन घरों के सामने से गुजरते हैं, जहां रहने वाले बच्चे स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं। अपने सहपाठी को अपने साथ लेते हुए ये बच्चे स्कूल जाते हैं। स्कूली बच्चे स्कूल ड्रेस पहनकर सीटी बजाते हुए स्कूल जाते हैं। इससे अभिभावकों को यह पता चल जाता है कि स्कूल खुला है और उन्हें अपने बच्चों को भी स्कूल भेजना है। इस अभियान से ना केवल बच्चों की स्कूलों में उपस्थिति बढ़ रही है, बल्कि उनके भीतर नेतृत्व क्षमता का भी विकास हो रहा है।