द फॉलोअप डेस्क, रांची:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची पहुंच गए हैं। वह सर्किट हाउस में सत्ताधारी विधायकों की बैठक को संबोधित करेंगे। गौरतलब है पिछले 30 घंटे से लापता होने की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री आज दोपहर रांची पहुंचे। इससे पहले खबरें थी कि ईडी ने दिल्ली पुलिस से कहा था कि वह लापता हेमंत सोरेन की तलाश करें। दरअसल, ईडी मंगलवार को भी दिल्ली स्थित मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंची थी। झारखंड भवन में भी अधिकारियों की एक टीम पहुंची थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वहां, सीएम के वाहन के चालक ने अधिकारियों को बताया कि मुख्यमंत्री यहां नहीं हैं। खबरें हैं कि अधिकारियों ने मुख्यमंत्री की बीएमडब्ल्यू कार जब्त कर ली है। दिल्ली स्थित आवास से 36 लाख रुपये बरामद होने की भी सूचना है। इधर, सोमवार को सत्ताधारी विधायकों की बैठक के बाद कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने कहा था कि मुख्यमंत्री कल दोपहर की मीटिंग में मौजूद रहेंगे।
28 जनवरी को दिल्ली गये थे हेमंत सोरेन
बता दें कि मुख्यमंत्री 28 जनवरी को दिल्ली रवाना हुये थे। झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से कहा गया कि वह व्यक्तिगत काम से दिल्ली गये थे। 29 जनवरी को सुबह ईडी की एक टीम मुख्यमंत्री के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंची लेकिन वह वहां नहीं मिले। झारखंड भवन में भी दिल्ली पुलिस के साथ ईडी के अधिकारी पहुंचे लेकिन मुख्यमंत्री वहां भी नहीं मिले। ईडी ने वहां, मुख्यमंत्री के वाहन चालक से लंबी पूछताछ की। दिनभर यह अटकलें चलती रही कि मुख्यमंत्री लापता हैं। मंगलवार को भी ईडी ने दिल्ली स्थित मुख्यमंत्री के आवास पर दबिश दी लेकिन वह वहां नहीं मिले। इधर, रांची में झारखंड बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने अरगोड़ा थाने में मुख्यमंत्री की मिसिंग कम्प्लेंट लिखा दी। बाबूलाल मरांडी ने भी तंज करते हुए हेमंत सोरेन के लापता होने का पोस्टर जारी किया।
मुख्यमंत्री ने झारखंड को शर्मसार किया है
इस बीच बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने झारखंड को शर्मसार किया है। पूरे देश में झारखंड के मुख्यमंत्री फरार लिखकर सुर्खियां बन रही है। मुख्यमंत्री गलत हैं या नहीं भी हैं, उनको ईडी के समक्ष उपस्थित होकर जवाब देना चाहिए था। प्रतुल शाहदेव ने झामुमो के छवि खराब करने के आरोपों पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हमने क्या छवि खराब की? अपनी उपलब्धता को लेकर संशय की स्थिति बनाकर उन्होंने खुद अपनी छवि खराब की है।
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ आपराधिक जांच चल रही है। वह कोई स्वतंत्रता सेनानी नहीं हैं। वह एजेंसी की कार्रवाई को फोर ग्रांटेड ले रहे थे।