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मुख्यमंत्री बनने के बाद आज पहली बार अपने पैतृक आवास जाएंगे चंपाई सोरेन 

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द फॉलोअप डेस्क
चंपाई सोरेन आज मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने पैतृक गांव जिलिंगगोड़ा जाएंगे। इसे लेकर उनके गांव के लोग काफी उत्साहित है। तैयारी युद्धस्तर पर की जा रही है। झामुमो नेता महावीर मुर्मू ने बताया कि मुख्यमंत्री के निजी सचिव गुरु प्रसाद महतो के पिता का निधन हो गया है। उनके दाह संस्कार में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन शामिल होंगे। इसके बाद वे अपने पैतृक गांव जिलिंगगोड़ा भी जायेंगे। सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन ने तिरुलडीह के पास हैलीपैड का निर्माण करा दिया है, जहां कल उनका हैलीकॉफ्टर उतरेगा। इसके अलावा विकल्प के रूप में सोनारी हवाई अड्डा से होकर भी वे सड़क मार्ग से तिरुलडीह व जिलिंगगोड़ा जा सकते हैं।


योजनाओं को गति देकर झारखंडियों का जीवन स्तर बदलेगी सरकार : चंपाई सोरेन
मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद मंगलवार शाम को चंपाई सोरेन पहली बार गृह जिला सरायकेला पहुंचे थे। मुख्यमंत्री करीब 6.25 बजे सरायकेला बिरसा चौक के पास पहुंचे। यहां भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री जैसे ही वाहन से उतरे उनसे मिलने के लिए कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा। सीएम ने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद पत्रकारों से कहा कि हेमंत बाबू की योजनाओं को गति देकर झारखंडियों के जीवन स्तर में बदलाव लाने का प्रयास करेंगे। राज्य सरकार सभी वर्ग के लोगों को उनका हक व अधिकार दिलाने का काम करेगी। 

2 फरवरी को लिया था शपथ

चंपाई सोरेन ने 2 फरवरी को झारखंड के मुख्यमंत्री के रुप में शपथ लिया था। उनके साथ मंत्री आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता ने शपथ लिया था। गौरतलब है कि हेमंत सोरेन के जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तारी के बाद उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया था। उन्होंने 31 जनवरी की शाम राजभवन जाकर राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। इसे बाद 2 फरवरी को करीब