द फॉलोअप डेस्क, रांची:
मुख्यमंत्री से ईडी की पूछताछ खत्म हुई। इसके बाद उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल के अलावा विधायक दल का नेता चुने गये चंपाई सोरेन, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और पौड़ेयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने भी राज्यपाल से मुलाकात की। राजभवन से बाहर आकर तीनों नेताओं ने मीडिया को संबोधित किया। आलमगीर आलम और प्रदीप यादव ने बताया कि चंपाई सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है। राज्यपाल को 43 विधायकों का हस्ताक्षर वाला समर्थन पत्र सौंप दिया है।
राज्यपाल ने हेमंत सोरेन का इस्तीफा मंजूर किया
विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा जिसे स्वीकार कर लिया गया। इसके बाद चंपाई सोरेन ने 43 विधायकों का समर्थन पत्र भी सौंपा। राज्यपाल को पेशकश की गई कि वह चाहें तो विधायकों की परेड करा लें लेकिन, राज्यपाल ने कहा कि मैं पत्र पढ़ रहा हूं और आपको मिलने का वक्त दूंगा। वहीं, सत्ताधारी दल द्वारा राज्यपाल से शीघ्र शपथ ग्रहण का समय देने की मांग की गई है। चंपाई सोरेन ने कहा कि हमारे पास कांग्रेस, आरजेडी, झामुमो और लेफ्ट को मिलाकर कुल 43 विधायकों का समर्थन है।
मुख्यमंत्री को ईडी द्वारा हिरासत में लिये जाने की खबर
इस बीच मुख्यमंत्री को ईडी द्वारा हिरासत में लिये जाने की खबर है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा सकी है। बता दें कि शाम तकरीबन 8 बजे सत्ताधारी दल के विधायक पहले 3 टूरिस्ट बसों में सवार होकर राजभवन पहुंचे लेकिन उनको परिसर से यह कहकर बाहर निकाल दिया गया कि, आपने मिलने का समय नहीं लिया। इसके बाद विधायकों ने राजभवन के मुख्य द्वार पर हेमंत सोरेन के समर्थन में नारेबाजी की। गौरतलब है कि मंगलवार की देर शाम सीएम हाउस में बैठक के दौरान ही सत्ताधारी दल के विधायकों से सादे कागज पर सहमति का दस्तखत ले लिया गया था। पहले, सीएम पद के लिए कल्पना सोरेन के नाम की चर्चा थी लेकिन आखिरकार, झामुमो के दिग्गज नेता चंपाई सोरेन के नाम पर सहमति बनी।