पाकुड़
हिरणपुर प्रखंड में माल जाति के लोग वर्षों से जाति प्रमाण पत्र के लिए इधर से उधर भटक रहे हैं। जाति प्रमाण पत्र के अभाव में ये लोग न केवल सरकारी सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं, बल्कि इनके बच्चों का विद्यालय में दाखिला करने में भी कई अड़चने आ रही हैं। मजदूरी कर अपना पेट पालने वाले ये लोग जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण भटकने को मजबूर हैं। समस्या के समाधान की आस में मंगलवार को अंचल क्षेत्र के केन्दों गांव के दर्जनों लोगों ने सीओ मनोज कुमार से उनके कार्यालय कक्ष में मुलाक़ात की। मुलाक़ात कर लोगों ने सीओ के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा।
मेघा राय, किशोर राय, हलधर राय, राजेश राय, तपन राय, गौतम राय, निरंजन राय आदि ने बताया कि वे लोग माल जाति से आते हैं। उनलोगों का टाइटल राय है और जमीन के पर्चा में माल जाति अंकित है। माल जाति का वर्षों से जाति प्रमाण पत्र नहीं बनाया जा रहा है। वर्तमान समय में कई लोगों का अबुआ आवास स्वीकृत हुआ है। लेकिन जाति प्रमाण पत्र नहीं रहने के कारण उनको आवास योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि आठवीं कक्षा के बाद उच्च शिक्षा के लिए बच्चों से जाति प्रमाण पत्र की मांग की जाती है। पहले की तरह इस बार तो किसी तरह बच्चों एडमिशन हो गया, लेकिन भविष्य में आगे की पढ़ाई व नौकरी लग जाने पर जाति प्रमाण पत्र बेहद जरूरी दस्तावेज हैं। इस बाबत सीओ मनोज कुमार ने कहा कि माल जाति हमारे राज्य सूची में दर्ज नहीं है। जिस कारण से माल जाति का प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया जा रहा है।