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खुलासा : आईटी के छापे में 100 करोड़ की बेहिसाब लेनदेन का मामला आया सामने

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द फॉलोअप टीम

झारखंड में आयकर विभाग ने हाल में दो विधायकों उनके सहसोगियों व कारोबारियों के ठिकाने पर छापेमारी की थी। इसको लेकर झारखंड की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर सरकार व विपक्ष में तेज हो गई है। छापेमारी में क्या मिला इसको लेकर चर्चा का विषय बना हुआ था। ऐसे में आयकर विभाग ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा है छापेमारी के दौरान 100 करोड़ रुपए से अधिक की बेहिसाब लेनेदेन और निवेश की जानकारी मिली है। दो करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित नकदी जब्त की गई। 16 बैंक लॉकरों पर रोक लगा दी गई है। छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त करने की बात भी आयकर विभाग ने कही है। साथ ही यह भी कहा कि साक्ष्य के प्रारंभिक विश्लेषण से संकेत मिलता है कि इन समूहों ने कर चोरी के विभिन्न तरीकों का सहारा लिया है। मालूम हो कि 4-5 नवंबर को  बेरमो के कांग्रेस विधायक अनूप सिंह, पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव, आयरन ओर व्यवसायी राजकुमार शाह, कोयला व्यवसायी अजय सिंह सहित कई कारोबारियों के रांची, गोड्डा, बेरमो, दुमका, जमशेदपुर और चाईबासा पटना, गुरुग्राम, कोलकाता सहित करीब 50 से भी अधिक स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई थी।

शेल कंपनियों के माध्यम से हुआ लेनदेन

आईटी की ओर से जारी ऑफिशियल रिलीज के अनुसार छापेमारी में यह भी निकलकर आया है कि  अचल संपतियों में निवेश हुआ है। बड़े पैमाने पर नकदी के लेनेदेन के सबूत भी मिले हैं। इसके अलावा आयरन का बेहिसाब स्टॉक पाए जाने की बात भी कही गई है। कहा गया कि अभी इसका मूल्यांकन बाकी है। वहीं, शाह ग्रुप के द्वारा शेल कंपनियों के माध्यम से बड़े पैमाने पर लेनदेन किए जाने की बात भी आईटी ने कही है। उन्होंने कहा है कि इस ग्रुप के अफसरों ने आईटी से पूछताछ में स्वीकार किया है कि बिना दस्तावेजों का सत्यापन किए ही उन्होंने ऑडिट रिपोर्ट पर हस्ताक्षर किया था।