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बोकारो के मजदूर की दुबई में मौत, रोजी-रोटी की तलाश में गया था विदेश 

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द फॉलोअप डेस्क

झारखंड से बाहर जा कर काम करने वाले प्रवासी मजदूरों की संख्या बढ़ रही है। रोजगार और संसाधन की कमी के कारण उन्हें राज्य से बाहर या विदेश जाना पड़ता है। अक्सर खबरें आती हैं कि मजदूर किसी हादसे का शिकार हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला बोकारो जिले के एक मजदूर का सामने आया है। जिले के गोमिया प्रखंड के छोटकी सिधाबारा निवासी भरत महतो की दुबई में मृत्यु हो गई है। भरत परिवार का पेट पालने के लिए हजारों मील दूर पैसे कमाने गया था। वह दुबई में हाइवा ट्रक चलाता था। भरत की मौत की खबर से परिवार वालों में मातम छाया है।

गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो के सबसे अधिक प्रवासी मजदूर 

मजदूर की मृत्यु को लेकर बोकारो के समाजसेवी सिकंदर अली ने कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत दूसरे राज्यों में लगातार हो रही है। इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है। रोजी-रोटी की तलाश में वे प्रदेश जाते हैं। हर रोज झारखंड के किसी न किसी इलाके से प्रवासी मजदूर की दूसरे राज्यों या विदेश में मौत और फंसे होने की खबरें आती रहती है। प्रवासी मजदूरों की सबसे ज्यादा तादाद गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो जिले से रोजी कमाने गये लोगों की है। 

उत्तरकाशी टनल में फंसे सबसे अधिक मजदूर झारखंड के 

उत्तराखंड के उत्तरकाशी के निर्माणाधीन सुरंग में पिछले महीने 12 नवंबर को 41 मजदुर फंस गए थे। 41 में सबसे अधिक प्रवासी मजदूर झारखंड राज्य से थे। राज्य के विभिन्न जिले के 15 मजदूर सुरंग हादसे में फंस गए थे। हालांकि सभी मजदूरों को सुरक्षित सुरंग से बाहर निकाल लिया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन में 17 दिनों का समय लग गया था। वहीं अब सऊदी अरब में पांच मजदूरों के फंसे होने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि उन मजदूरों को पिछले 8 महीनों से वेतन नहीं मिला है। वेतन नहीं मिलने की वजह से मजदूरों का बुरा हाल है। वे वहां सरकार से देश वापस लौटने की गुहार लगा रहे हैं।