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मांग : बोकारो हवाई अड्डे का नामकरण  "बिनोद बिहारी महतो हवाई अड्डा" करने की मांग की 

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गिरिडीहः
गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने आज उड्डयन मंत्री  ज्‍योतिरादित्‍य एम. सिंधिया से मिलकर उनको पत्र सौंपा है। पत्र में  बोकारो एयरपोर्ट से अवगत कराया है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री की योजना उड़े देश का आम नागरिक (उडान) के तहत  बोकारो हवाई अड्डे का चयन किया गया था तथा जिसका कार्य भौतिक रूप से पूरा हो चुका है और उद्द्घाटन कभी भी किया जा सकता है। झारखण्ड आंदोलन के अगुआ पूर्व सांसद एवं बिहार विधानसभा के पूर्व सदस्य स्व बिनोद बिहारी महतो का झारखण्ड राज्य के निर्माण में अवर्णनीय भूमिका रही है तथा क्षेत्र एवं राज्य एवं समाज के विकास में उनका अहम योगदान है। 


बिनोद बिहारी महतो के नाम हो एयरपोर्ट का नाम 
उन्होने पत्र में कहा है कि 18.12.1991 को नई दिल्ली से उनका निधन बिनोद बिहारी महतो का हुआ। तत्पश्चात दिनांक 19.12.1991 को उनके पार्थिव शरीर को सर्वप्रथम बोकारो हवाई अड्डा में लाया गया जहां लाखों लोगों ने उनको श्रद्धांजलि दी। इस प्रकार स्व• महतो का इस हवाई अड्डे से आत्मिक एवं भावनात्मक लगाव रहा है। राज्य की 3.33 करोड जनता की प्रबल इच्छा एवं है कि बोकारो हवाई अड्डा का नामकरण झारखंड आंदोलन के भीष्म पितामह स्व० बिनोद बिहारी महतो के नाम पर बिनोद बिहारी महतो हवाई अड्डा बोकारी करने हेतु अनुशंसा की जाती है ताकि उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को अक्षुण्ण रखने की दिशा में केंद्र सरकार के तरफ से एक सार्थक पहल हो सके। अतः आग्रह है कि उपर्युक्त संदर्भ में शीघ्र समुचित कार्रवाई करते हुए बोकारो हवाई अड्डा का नामकरण स्व० बिनोद बिहारी महतो के नाम पर बिनोद बिहारी महतो वारों करने की कृपा की जाए।