द फॉलोअप डेस्कः
धनबाद में फिर बड़ा खूनी खेल होने वाला था लेकिन समय रहते यह टल गया है। 2017 में पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। ऐसा ही एक मंजर फिर तैयार हो रहा था। दरअसल प्रभात खबर में आज ऐसी खबर छपी है कि झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह का पहले वाला वाहन चालक अजय रवानी, नीरज सिंह के हत्यारों के संपर्क में था। अजय रवानी, कुख्यात अपराधी अमन सिंह व प्रिंस खान के संपर्क में था। इसके लिए उसने अमन सिंह के एक साथी को जरिया बनाया था। वह विधायक और उनके रिश्तेदार जो कि धनबाद के एक बड़ी आउटसोर्सिग कंपनी के संचालक हैं, साथ ही एक बड़े कोयला व्यवसायी पर नजर बनाए था। उसने पूर्णिमा नीरज सिंह के कार्यक्रम से जुड़े कई वीडियो, फोटो भी अमन सिंह के साथ साझा की थी।
वाट्सएप चैट में मिले है कुछ सबूत
पुलिस का दावा है कि होली के दौरान ही खूनी खेल की घटना को अंजाम देने का प्लान बना था। लेकिन पुलिस की कार्रवाई से यह फेल हो गई। पुलिस को जांच के दौरान कुछ चैट, वीडियो भी मिला है। पुलिस फिलहाल अजय व उसके एक साथी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बता दें कि पिछले माह केंदुआ क्षेत्र में एक आउटसोर्सिग कंपनी के संचालक पर जानलेवा हमला हुआ था। इस सिलसिले में पुलिस ने अजय खानी से पूछताछ की थी। तब उसने कहा था कि वह विधायक के रिश्तेदार की गाड़ी चला रहा है। जबकि वह पूर्णिमा नीरज सिंह का वाहन उस समय चलाया करत था। पता चला कि वह विधायक के कार्यक्रम का वीडियो बना कर अमन सिंह के गुर्गों को भेजता था। वह उनसे लगातार संपर्क में था। हालांकि चैट डिलीट थे लेकिन साइबर सेल की मदद से सब रिकवर कर लिया गया। अजय रवानी से जो जानकारी मिली है उसके आधार पर प्रिंस खान व अमन सिंह से जुड़े लोगों की सूची बनाई जा रही है। पुलिस ने सिंदरी, निचितपुर द कतरास के कुछ इलाकों में कई संदिग्धों के यहां पूछताछ की है। एक अन्य को भी हिरासत में लिया गया है। यह व्यक्ति प्रिंस खान के लिए वसूली करता है। पुलिस का दावा है कि इस बार विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, एक आउटसोर्सिंग कंपनी के मालिक और एक कोयला कारोबारी अपराधियों के निशाने पर थे।