द फॉलोअप डेस्क, रांची
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय चौरसिया ने झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि झामुमो को जनता से किए अपने वायदे पर ध्यान देना चाहिए न कि अनर्गल बयानबाजी पर। झामुमो महासचिव को यह याद रखना चाहिए कि हिमंता विस्वा शर्मा एक राज्य के मुख्यमंत्री हैं पहले उस लेबल पर झामुमो महासचिव आ जाएं फिर ऐसे बयानबाजी करें।
सूबे की कानून व्यवस्था तार-तार
बिजय चौरसिया ने कहा कि सत्ता मिली है जनता ने बहुमत दिया है तो ज्यादा अहंकार न पाले झामुमो। अपनी राजनीतिक मर्यादा का पालन करें। भाजपा प्रवक्ता बिजय चौरसिया ने झामुमो को नसीहत देते हुए कहा कि पूरे सूबे की कानून व्यवस्था तार-तार है, अपराध चरम पर है, जनता त्राहिमाम कर रही है। सूबे की महिलाएं मंईयां सम्मान के लिए कार्यालय दर कार्यालय भटक रही है, कोई सुनने वाला नहीं है। बिजली बिल माफी के नाम पर बिजली बिल के टैरिफ बढ़ा दिए जा रहे हैं। गरीब के घरों से बिजली कनेक्शन काटे जा रहे है।
संसदीय मर्यादा का भी ख्याल रखें झामुमो महासचिव
बिजय चौरसिया ने कहा झामुमो महासचिव मुख्यमंत्री की तरह मंत्रियों को आदेश और निर्देश दें ये उनका निजी मामला है, लेकिन संसदीय मर्यादा का भी ख्याल रखें। बिजय चौरसिया ने कहा जनता का कार्य होना चाहिए क्योंकि भले इस गठबंधन को बहुमत मिल गई है लेकिन जो पिछला रिकॉर्ड इनका रहा है वो बड़ा कष्टप्रद रहा है। पिछली बार भी इन्होंने अपने निश्चय पत्र में सूबे की जनता से चार सौ वायदे लिए थे जिसमें से चार वायदे भी इन्होंने ने पूरे नहीं किए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से इस सरकार के गठबंधन दलों में तालमेल का अभाव दिखता है सूबे की जनता को डरना लाजिमी है। इनके मंत्रियों के विभाग बंटवारे में जिस तरह से अलग-अलग सूचियां जारी हुई। सहज हीं समझा जा सकता है कि यह सरकार कितने तालमेल से चलेगी।