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हेमंत कार्यकाल की चौथी वर्षगांठ पर BJP ने जारी किया आरोप पत्र, बोली- साधन पूरे थे लेकिन सरकार अयोग्य रही

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द फॉलोअप डेस्क
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के 4 साल (4 years tenure of Hemant Soren government) पूरे होने पर बीजेपी ने आरोप पत्र जारी किया है। 4 साल में हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने क्या किया इसके विरोध में बीजेपी (BJP) ने भी हेमंत सरकार के कामकाज का पूरा रिपोर्ट जारी किया है। जिसमें बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (BJP State President Babulal Marandi) हेमंत सरकार पर लूट,भष्ट्राचार का आरोप लगाते नजर आए। बाबूलाल ने कहा कि राज्य में आपार साधन है फिर भी अपने 4 साल के कार्यकाल के दौरान हेमंत सरकार आयोग्य साबित हुई। प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी कांग्रेस सांसद धीरज साहू पर पड़े आयकर के छापे से हेमंत की सरकार को घेरना शुरू किया। बाबूलाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के ट्वीट को पढ़ा जिसमें प्रधानमंत्री ने लिखा था देशवासियों इन नोटों के ढेर को देखो, फिर उनके नेताओं की ईमानदारी के भाषण को सुनो जनता से जो लूट है उसकी पाइप पायलट आनी पड़ेगी या मोदी की गारंटी है। जिसके बाद उन्होंने कहा कि अब देश में केवल मोदी की गारंटी ही चलेगी। 


4 वर्षों तक अंदर सरकार ने कोई लीगल नहीं बल्कि इलीगल काम किया
बीजेपी ने इस राज्य में 13 साल शासन किया, जिसमें भाजपा के तीन मुख्यमंत्री रहे जिन्होंने जो जनता के लिए काम किया वह किसी से छुपा हुआ नहीं है। पूरे देश में पीएम आवास 3 करोड़ लोगों को मिला जिसमें झारखंड में 15 लाख से भी अधिक प्रधानमंत्री आवास योजना की सुविधा दी गई। देश में आयुष्मान कार्ड का लाभ 37 करोड़ और झारखंड में 2 करोड़ लोगों को मिला। गरीब कल्याण योजना के माध्यम से जो अनाज मुफ्त में दिया जाता है। पूरे देश में 81 करोड लोगों को दिया गया। झारखंड में 2 करोड़ 60 लाख लोगों को मुफ्त में राशन दिया गया।झारखंड के मुख्यमंत्री उन गरीबों के राशन को भी ढंग से उन तक नहीं पहुंचा पा रहे। गरीबों को मिलने वाले राशनों को बेच दिया करते हैं। पूरे देशभर में भ्रष्टाचार पर कहीं चर्चा होती है तो झारखंड की होती है। पूरे 4 वर्षों तक अंदर देखें सरकार ने कोई लीगल काम नहीं बल्कि इलीगल किया।

क्या कुछ है बीजेपी के आरोप पत्र में.....

5 लाख नौकरी देने का वादा पूरी तरह विफल

  • बीजेपी ने आरोप पत्र कहा है कि हेमंत सोरेन ने वादा किया था कि हमारी सरकार बनी तो एक साल में 5 लाख नौकरी देंगे। हेमंत सोरेन का ये वादा पूरी तरह विफल रहा। एक साल में 5 लाख क्या अपने पूरे कार्यकाल में 5 लाख का एक प्रतिशत युवाओं को भी नौकरी देने में सरकार असफल रही है। सरकार ने विधानसभा में केवल 357 नौकरी देने की बात स्वीकारी है। 
  • हेमंत सोरेन ने कहा था कि वह एक साल में 4 जेपीएससी परीक्षा आयोजित कराएगी। लेकिन हर साल 4 परीक्षा तो नहीं लेकिन 4 साल पर 1 जेपीएससी परीक्षा सरकार ने जरूर ली परंतु उसमें व्याप्त भ्रष्टाचार जगजाहिर है। जेएसएससी से तृतीय वर्ग में 7587 पदों पर नियुक्तियां हुई है। इसमें भी ज्यादातर कोर्ट के आदेश पर और पूर्ववर्ती सरकार के दौरान की है। राज्य में 90 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं। झारखंड में लगभग 7,27,300 रजिस्टर्ड बेरोजगार हैं। पारा शिक्षकों के साथ स्थायीकरण के नाम पर छलावा किया गया। शिक्षा विभाग ने साफ कर दिया है कि पारा शिक्षकों का स्थायीकरण संभव नहीं है। अनुबंधकर्मी शब्द, शब्दकोष से हटाकर स्थायी नियुक्ति के माध्यम से नौकरी, संविदाकर्मियों को समान कार्य के लिए समान वेतन एवं स्थाई नियुक्ति देने की बात फिसड्डी साबित हुई।

महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर संवेदनशील नहीं सरकार 
हेमंत सोरेन ने अपने वादों से महिलाओं को भी छला है। हेमंत सरकार ने कहा था कि वो हर महीने महिलाओं को 2000 रुपए चूल्हा खर्च के लिए देगी। इस योजना का राज्य में अता-पता नहीं है। राज्य में कहीं भी महिला बैंक की स्थापना नई, महिला थाना में संसाधनों की स्थिति दयनीय है। महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर सरकार की संवेदनशीलता इस बात से समझी जा सकती है कि चार साल में झारखंड में दुष्कर्म के 14,162 मामले दर्ज हुए, इनमें से 8000 केस का अनुसंधान तक निर्धारित समय पर पूरा नहीं हो सका।
झारखंड में तुष्टिकरण की राजनीति
सरकार बनते ही लोहरदगा में जिस प्रकार जो घटना घटी इसके अलावा राज्य भर में मंदिरों पर हमला किया गया। इस पर हेमंत की सरकार ने कोई सख्त कदम नहीं उठाया। सामान्य विद्यालय को उर्दू विद्यालय में बदल देना फ्राईडे को छुट्टी करना यह सब तुष्टीकरण की राजनीति हेमंत की सरकार ने किया।