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बीजेपी के निलंबित विधायकों ने सदन के बाहर बेचा बालू, जानिए कितने में बिका

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द फॉलोअप डेस्कः
मंगलवार को झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सदन के अंदर ही नॉन टैक्स पेयर को फ्री में बालू देने की घोषणा की थी। आज सत्र के अंतिम दिन सदन के बाहर बीजेपी के निलंबित विधायकों ने इसे लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। बीजेपी विधायकों ने सदन के बाहर 100 रुपए से लेकर 1000 रुपए किलो की दर से बालू बेचकर सरकार की बालू नीति का विरोध किया। 


बीजेपी विधायक शशिभूषण मेहता और नीरा यादव ने विधानसभा के बाहर बालू का स्टॉल लगा रखा था। जहां दूसरे बीजेपी विधायक खरीदारी करते नजर आए। विधायक नीरा यादव और विधायक शशिभूषण मेहता के बीच बालू बेचने को लेकर होड़ मची थी। नीरा यादव ने कहा कि उनका बालू स्वर्णरेखा नदी का बढ़िया बालू है। बावजूद इसके वह ₹100 किलो बेच रही हैं। दूसरी ओर बीजेपी विधायक शशिभूषण मेहता ने कहा कि वह कोयल नदी का बालू लाकर यहां बेच रहे हैं। चू़ंकि रास्ते में बालू लाने के दौरान कई थानों को पैसा देना पड़ता है, इसलिए उनका बालू थोड़ा महंगा है।  

भानु प्रताप शाही ने शशिभूषण मेहता से 1000 रुपए किलो बालू खरीद कर कहा कि राज्य में किसी भी गरीब या नन टैक्स पेयर को फ्री बालू नहीं मिल रहा है। बालू की कालाबाजारी से एक ओर जहां बालू के दाम आसमान छू रहे हैं तो दूसरी ओर सरकार चुनाव को सामने देख सिर्फ राज्यवासियों को धोखा देने के लिए लोकलुभावन घोषणा कर रही है। गौरतलब है कि हेमंत सोरेन सरकार की पिछली कैबिनेट में राज्य के गरीबों और नन टैक्स पेयर जनता को फ्री बालू देने के प्रस्ताव

झारखंड विधानसभा के बाहर एक तरफ बीजेपी के निलंबित विधायक बालू बेचते रहे, तो दूसरी तरफ सरकार के मंत्री उसी रास्ते से गुजरते रहे। कुल मिलाकर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे को देखकर चुटकी लेते नजर आए. इसी बीच वहां से गुजर रहे मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि पहले केंद्र सरकार को राज्य सरकार का बकाया 1 लाख 36 हजार लौटना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में बालों की कोई कमी नहीं है।