रांची:
बीजेपी विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि राज्य के सीधे-सादे राज्यपाल से सरकार ने सदन में असत्य का पुलिंदा पढ़वाया। जो काम नहीं हुआ उसे भी अभिभाषण में डाल दिया गया है। सरकार ने कहा था कि हर वर्ष जेपीएससी का एग्जाम करवाएंगे। अभिभाषण में कहीं इसके जिक्र नहीं है। भानूप्रताप शाही ने कहा कि जितना मजनू भी नहीं पीटा होगा लैला के प्यार में उतना युवा पिटा हेमंत सरकार में।
भाषा का विवाद प्रायोजित मसला है!
विधायक भानुप्रताप शाही ने कहा कि जितना भी खराब काम हुआ वह बीजेपी ने किया और जो अच्छा काम हो रहा है वह झामुमो कांग्रेस की सरकार कर रही है। सत्ता पक्ष के विधायकों के बयान से यही लगता है। कहा कि मॉब लॉन्चिंग के मामले में दलित और गरीब को मारा जा रहा है। सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। हर वर्ष 5 लाख नौकरी देने का वादा सरकार ने किया था। नौकरी देने नहीं है इसलिए भाषा का विवाद खड़ा कर दिया गया है।
अभिभाषण में बेरोजगारी भत्ता का जिक्र नहीं
भानुप्रताप शाही ने कहा कि बेरोजगारी भत्ता का जिक्र भी अभिभाषण में नहीं है। कृषि ऋण के मामले में भी सरकार का जवाब स्पष्ट नहीं है। ट्राइबल यूनिवर्सिटी की घोषणा पिछले बजट सत्र में हुई थी, उसका जिक्र नहीं। पलामू, दुमका, चाईबासा को उप राजधानी का दर्जा देने का वादा सरकार ने किया था, वह भी नहीं है। 100 यूनिट बिजली की घोषणा पिछले अभिभाषण में किया था उसका क्या हुआ। शहीद परिवार के एक सदस्य को नौकरी कहां है।
27 फीसदी ओबीसी आरक्षण का मामला भी गौण
बीजेपी विधायक ने कहा कि ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण का मामला अभिभाषण में नहीं है। 2500 रुपये प्रति क्विंटल धान का क्या हुआ। जन वितरण प्रणाली की दुकानों में दाल, चीनी,साबुन देने की घोषणा का क्या हुआ। सरकार आपके द्वार में आये आवेदन पर स्वेत पत्र जरी करे सरकार।