रांची:
झारखंड विधानसभा का बजट सत्र जारी है। मंगलवार को राजमहल विधायक अनंत ओझा ने मनरेगा को लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा। अनंत ओझा ने सदन में कहा कि रोजगार के नाम पर मनरेगा के तहत गड्ढा खोदने की विरासत कांग्रेस ने देश को दिया है। अनंत ओझा दूसरी पाली में ग्रामीण विकास, पथ और भवन निर्माण विभाग के अनुदान मांग पर कटौती प्रस्ताव के समर्थन में बोल रहे थे।
गठबंधन सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए!
बीजेपी विधायक ने कहा कि चुनाव से पहले जो वादा गठबंधन की सरकार ने की थी उस पर कोई काम नहीं हुआ। मनरेगा में 51 करोड़ 32 लाख रुपये की गड़बड़ी हुई है, लेकिन 2 साल बीत जाने के बावजूद सरकार ने स्वतंत्र एजेंसी से इसकी जांच नहीं कराई, जबकि 22 राज्यों ने मनरेगा में गड़बड़ी की जांच अपने यहां स्वतंत्र एजेंसी से कराया है।
पंचायती राज व्यवस्था को भी कमजोर किया
अनंत ओझा ने कहा कि कांग्रेस ने वादा किया था कि सत्ता में आते ही पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त करेंगे, लेकिन यह दुर्भाग्य है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जो विधायक दल के नेता भी हैं, उन्हीं के जिम्मे ग्रामीण विकास विभाग रहने के बावजूद इसे कमजोर किया जा रहा है और तो और ग्रामीण विकास विभाग का बजट भी घटा दिया गया है।
आवास योजना का वाद नहीं किया पूरा
अनंत ओझा ने कहा कि चुनावी भाषणों में गठबंधन के लोगों ने 3 लाख रुपये का आवास देने की बात कही थी। जबकि इस बजट में महज 50 हजार रुपये की मदद करने की बात कही गयी है। यहां तक कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ जो झारखंड की जनता को मिल रहा है, इसके लिए जो लक्ष्य तय किया गया था उसे भी पूरा नहीं किया गया है।