द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जेल से लौट कर आने के 100 दिन पूरे होने पर राज्य की जनता को संबोधित किया। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट साझा कर कहा कि उनका मकसद राज्य की जड़ों को मजबूत करना है, जो 20 वर्षों तक भाजपा के शासन में कमजोर हुई थी। उन्होंने लिखा '' दिसंबर 2019 में झारखण्ड की अपनी महान जनता के आशीर्वाद से मैंने राज्य की बागडोर संभाली। मकसद एक ही था कि झारखण्ड रूपी पेड़ को सिंचित कर इसकी जड़ें मजबूत करना। इस पेड़ को भाजपा ने 20 वर्षों तक दोनों हाथों से लूटने का काम किया था। इसे सुखाने का काम किया था। इसकी जड़ों पर मट्ठा डालने का काम किया था।'' मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने गरीब, वंचित और शोषित वर्ग के लोगों की सामाजिक सुरक्षा के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें सर्वजन पेंशन योजना, हरा राशन कार्ड, सोना सोबरन धोती साड़ी योजना, अबुआ आवास योजना आदि शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान राज्य सरकार ने प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने का काम किया। सखी मंडल की दीदी-बहनों ने प्रवासी मजदूरों को पौष्टिक खाना खिलाने का काम किया। इसके साथ मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए कई कदम उठाए हैं। झारखंड देश का पहला राज्य था जिसने उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के लिए भी कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें बिरसा हरित ग्राम योजना, नीलांबर-पीताम्बर जल समृद्धि योजना, पोटो हो खेल विकास योजना शामिल हैं। किसानों का 2 लाख रुपये तक का ऋण माफ किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं के लिए भी कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें मंईयां सम्मान योजना, हजारों करोड़ के बैंक क्रेडिट लिंकेज, फूलो झानो आशीर्वाद अभियान, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना शामिल हैं। इसके साथ उन्होंने कहा कि अब दिसंबर से 18-50 वर्ष की माताओं-बहनों को 2500 रुपए की सम्मान राशि भी मिलने लगेगी।
साथ ही राज्य के नौनिहालों के लिए हमने सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की श्रृंखला शुरू की, जो पंचायत स्तर तक जाएगी। प्री और पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप की राशि दो से तीन गुना बढ़ायी गयी। गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, मरङ्ग गोमके ओवरसीज स्कॉलरशिप, साइकिल वितरण, आदि योजनाओं के जरिए उनके सपनों को पंख देना का काम किया है, आप और हमने मिलकर।
आज जेल से वापस लौटकर राज्य की कमान संभाले 100 दिन पूरे हुए हैं। साथ ही कल चुनाव आयोग द्वारा झारखण्ड में विधानसभा चुनाव की घोषणा भी हुई है।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) October 16, 2024
दिसंबर 2019 में झारखण्ड की अपनी महान जनता के आशीर्वाद से मैंने राज्य की बागडोर संभाली। मकसद एक ही था कि झारखण्ड रूपी पेड़ को सिंचित कर इसकी… pic.twitter.com/bWgGhCLvjB