रांची
जेएमएम के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्ट ने बीजेपी पर हमला करते हुए आज कहा कि चुनाव को जीतने के लिए ये लोग जांच एजेंसियों को टूल्स की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। सुप्रियो ने कहा कि उन्होंने (सुप्रियो ने) पांच दिन पहले ही ये बात कही थी। कहा कि बीजेपी के राजनीतिक फेल्योर के कारण उनको जांच एजेंसियों का सहारा लेना पड़ रहा है। बीजेपी उन्हें अपना टूल कीट की तरह इस्तेमाल करना चाहती है। सुप्रियो ने कहा, मैं जांच एजेंसी से पूछना चाहता हूं कि आप समय कैसे चुनते हैं और पात्र कहां से लाते हैं। अगर यही करना है तो इसका फल क्या है। आप जांच कर रहे है उसमें कोई बुराई नहीं है। लेकिन उसका क्या नतीजा आ रहा है, इस बात को साफ करना चाहिये। पूछा कि क्यों सूत्रों के हवाले से चीजों को बाहर लाते हैं।
सुप्रियो ने सुप्रीम कोर्ट के उस कथन का हवाला दिया जिसमें, कहा गया है कि ईडी की कार्रवाई पॉलिटिकल मंसूबे के तहत होती है। सुप्रियो ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि उनके पास आज कोई मुद्दा नहीं है। इतने समय के बाद साबित हो गया है कि ये लोग घुसपैठ पर नहीं बोल सकते है और ना ही परिवारवाद पर कुछ कह सकते हैं। कहा कि बार-बार पूछने के बाद भी केंद्र सरकार ये नहीं बता रहीं है कि घुसपैठ कहां से हुई है।
कहा कि चुनाव के बीच एक भी सार्थक मुद्दा यह लोग नहीं ला पाये। सुप्रियो ने कहा, हमने कल सवाल उठाया था कि रिटर्निंग अफसर गढ़वा के हैं, ऊपर से आदेश का पालन करते हुए एक प्रत्याशी का नामांकन स्वीकार किया गया। लेकिन हमारे प्रत्याशी का उसी मामले पर नामांकन रिजेक्ट किया गया। यानी कि निर्वाचन आयोग को भी निर्देश है कि एक तरफा बीजेपी की जीत पक्की करनी है वरना आप पर कार्यवाही होगी। कहा कि आज बीजेपी के नेता अपनी भाषा की मर्यादा भी भूल गये हैं। कोई मारने खदेड़ने की बात करता है तो कोई बंटने और कटने की बात करता है। जेएमएम नेता ने कहा, आज आज दूसरे फेज का नामांकन पूरा हो गया। अब सुनने में आ रहा है कि हर दो दिन में यहां पीएम आएंगे और फिलर के तौर पर गृहमंत्री आ रहे हैं। बांटेंगे तो कटेंगे कहने वाले नेता भी आ रहे हैं। यह भाषा लोकतंत्र के लिए सही नहीं। कहा कि इन सबके बीच बीजेपी का प्रदेश नेतृत्व कहां है, समझ में नहीं आ रहा है।