दुमका:
दुमका जिला के मुफस्सिल थानाक्षेत्र अंतर्गत श्रीअमड़ा गांव में 14 वर्षीय नाबालिग किशोरी का शव पेड़ से लटका हुआ मिला था। पुलिस ने मामले में नाबालिग के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में 25 वर्षीय अरमान अंसारी को हिरासत में लिया है। घटना की छानबीन जारी है। इधर, रविवार को बीजेपी एसटी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उरांव, प्रदेश प्रभारी रामकुमार पाहन और बोरियो विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक सह पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी ने मृतका के परिजनों से मुलाकात की और घटना की विस्तृत जानकारी ली। प्रतिनिधिमंडल ने न्याय का भरोसा दिया।
रेजा-कुली का काम करती थी पीड़िता
गौरतलब है कि दुमका जिला के रानेश्वर प्रखंड अंतर्गत रंगेलिया पंचायत के कुचियाडाली गांव निवासी दंपत्ति कुबरा हांसदा और फुलमुनी हांसदा की सबसे बड़ी बेटी 14 वर्षीय बेटी मुफस्सिल थानाक्षेत्र अंतर्गत श्रीअमड़ा गांव में मौसी सजनी हांसदा के घर पर रहकर इलाके में होने वाली निर्माण कार्य में रेजा-कुली का काम करती थी। परिजनों का आरोप है कि राजमिस्त्री का काम करने वाले 25 वर्षीय अरमान अंसारी ने किशोरी को बहला-फुसलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म की वजह से पीड़िता गर्भवती हो गई। आरोप है कि इस बात को छिपाने के इरादे से पहले तो अरमान अंसारी ने नाबालिग की हत्या कर दी और इसे आत्महत्या का रूप देने के इरादे से शव को पेड़ से लटका दिया।
परिजनों ने पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप
परिजनों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों ने बीजेपी डेलिगेशन को बताया कि पुलिस ने उनको जानकारी दिए बिना और उनकी सहमति के बगैर ही किशोरी के शव का पोस्टमॉर्टम करवा दिया। उनको बताया गया कि किशोरी ने फांसी लगा ली है। बाद में आक्रोश जाहिर करने पर मामला दर्ज किया गया। परिजनों का कहना है कि हमें न्याय चाहिए। दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिले ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए ताकि फिर कभी ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो। गौरतलब है कि मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान लिया है। आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो दुमका आकर घटना की जांच करेंगे। अधिकारियों से जानकारी लेंगे।
डेलिगेशन ने परिवार को न्याय का भरोसा दिया
इस बीच पीड़िता के परिजनों से मिले बीजेपी डेलिगेशन में शामिल एसटी मोर्चा के अध्यक्ष शिवशंकर उरांव, प्रदेश प्रभारी रामकुमार पाहन और पूर्व विधायक ताला मरांडी ने साझा बयान जारी करके कहा कि आदिवासियों के साथ लगातार घट रही ये घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण है। आदिवासी हितों का दोहन किया जा रहा है। आरोप लगाया कि बीते कुछ समय से समुदाय विशेष द्वारा आदिवासी बेटियों को निशाना बनाया जा रहा है। डेलिगेशन ने पीड़ित परिवार के लिए मुआवजा और दोषी को स्पीडी ट्रायल के जरिए अविलंब कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की।
दुमका में 2 किशोरियों की मौत से आक्रोश
गौरतलब है कि 23 अगस्त को दुमका जिला के ही जरुवाडीह में 16 वर्षीय अंकिता सिंह को एकतरफा प्यार में शाहरुख नाम के मनचले ने आग के हवाले कर दिया था। 28 अगस्त की सुबह इलाज के दौरान अंकिता की मौत हो गई। मामले में 10 सदस्यीय एसआईटी जांच कर रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया है।