रांची:
धान खरीद मामले में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसान विरोधी हेमन्त सरकार ने किसानों को आत्महत्या के लिए बाध्य कर दिया है। यह सरकार किसानों के आत्महत्या की दोषी है। उन्होंने कहा किसान मेहनत कर अपनी फसल उगाते हैं, लेकिन राज्य सरकार उनके फसल को न खरीदकर उन्हें मुसीबत में डाल रही है। बोकारो की घटना से स्पष्ट हो गया है कि यह सरकार किसानों की कितनी बड़ी विरोधी है। उन्होंने कहा कि यह कैसी व्यवस्था जहां किसान अपने हक और अधिकार केलिय दर दर भटकता रहे। कोरोना काल मे भी अपने खून पसीना एक कर के भरपूर धान का उत्पादन किया। राज्य सरकार ने काफी बिलंब से खरीदारी शुरू की। साथ ही अपनी व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के बजाए सरकार ने किसानों पर ही मात्रा का प्रतिबंध लगा दिया।
सरकार का काम है कल्याण करना
उन्होंने कहा कि सरकार का मतलब व्यापार और हानि-लाभ नहीं बल्कि लोक कल्याण होता है। सरकार के निर्णय लोक विरोधी नहीं बल्कि लोक कल्याण से जुड़े होने चाहिये। उन्होंने कहा कि एक तरफ किसान धान की खरीद के लिए गिड़गिड़ा रहे दूसरी तरफ पैक्स में खरीद से इनकार होता रहा। आखिर किसान भी कहाँ जाएं। कहा कि हेमंत सरकार एक प्रकार से किसानों के स्वाभिमान और सम्मान को बिचौलियों के हाथों गिरवी रखवाना चाहती है।
राज्य में किसानो की नहीं सुन रही सरकार
प्रकाश ने कहा कि एक तरफ राज्य सरकार कॉल सेंटर के माध्यम से समस्या के समाधान का ढिंढोरा पीट रही दूसरी तरफ किसानों का कोई सुनने वाला नहीं। उन्होंने कहा कि यह सरकार अब किसान विरोधी ही नहीं किसानों की हत्यारी सरकार भी बन चुकी है। कांग्रेस पार्टी पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी का किसानों के साथ प्रारम्भ से ही ऐसा व्यवहार जगजाहिर है। यह पार्टी किसानों के हितैषी होने का केवल नाटक कर रही है।