द फॉलोअप डेस्क
सीएम हेमंत सोरेन ने आज सिल्ली विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित किया। यहां उन्होंने इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अमित महतो के पक्ष में लोगों से समर्थन की अपील की। चुनावी सभा में हेमंत सोरेन ने कहा कि इस राज्य को लोग सोने की चिड़िया कहते हैं, लेकिन इस राज्य को क्या हो गया है कि यहां के लोगों की जेब में पैसे नहीं है। वे गरीबी में जी रहे हैं। कहा कि जब जेब में पैसे नहीं होते तो बुद्धि भी काम नहीं करता है। कहा कि सिल्ली में हमारी सरकार ने कई विकास की योजनाएं चला रखी हैं। कहा कि इससे पहले 20 साल तक आजसू और बीजेपी की सरकार रही, इन्होंने इसे और पीछे ले जाने का काम किया। इस राज्य को हांकने का काम किया। व्यापारियों की जमात ने इस राज्य की जनता को गरीब से औऱ ज्यादा गरीब बना दिया। अमीर को और ज्यादा अमीर बना दिया। कहा कि गरीब को देने के लिए इनके पास पैसा नहीं है, लेकिन अमीर मित्रों को देने के लिए इनके पास अरबों खरबों रुपया है।
कहा कि हम गरीबों के आवास के लिए दिल्ली में केंद्र सरकार के आगे निवेदन करते रहे, लेकिन हमारी एक नहीं सुनी गयी। कहा हम बूढ़े बुजुर्ग की पेंशन के लिए निवेदन करते रहे, लेकिन हमारा पैसा हमको नहीं दिया गया।
कहा जब कोल रॉयल्टी का पैसा एक लाख 36 हजार करोड़ के लिए दबाव बनाने लगे तो हमको जेल में डाल दिया गया। कहा कि हमारी सरकार को कार्यकाल पूरा नहीं करने दिया गया। डेढ़ महीने पहले ये चुनाव हो रहा है और ऐसा इस राज्य के इतिहास में पहली बार हो रहा है। कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि हमारी सरकार का एक-एक दिन विपक्ष यानी बीजेपी पर भारी पड़ने लगा था। कहा बीजेपी को समझ में आ गया कि हर दिन विकास की एक लंबी लकीर खींची जा रही है, जिसे मिटाना मुश्किल होगा। इसलिए समय से पहले चुनाव करा दिया।
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारी सरकार को खत्म करने के लिए, हमारे विधायकों और सांसदों को चुराने के लिए ये लोग यहां एक साल से गिद्ध की तरह मंडरा रहे हैं। कहा, लेकिन हमलोग सिद्धो-कान्हो के वंशज हैं। हमलोग झुकना नहीं जानते हैं। डरना नहीं जानते हैं। कहा, हमने झारखंड लड़कर लिया है और अपने अधिकार भी लड़कर लेंगे।
सोरेन ने कहा, बीजेपी से पूछना चाहिये कि 20 साल में इन्होंने झारखंड को क्या दिया। यहां के नौजवानों और किसानों को क्या दिया। यहां के महिलाओं को क्या दिया। कहा, लेकिन जब हम इनके लिए योजनाएं लाते हैं तो ये लोग कोर्ट में पीआईएल दायर करते हैं। हमारी योजनाओं को रोकने की साजिश करते हैं।