द फॉलोअप डेस्कः
रांची के मोरहाबादी के एक किमी से 10 किमी परिधि में मुर्गी, मुर्गा, बत्तख, चूजा आदि पक्षी और अंडों के खरीद बिक्री पर अगले आदेश तक रोक रहेगी। दरअसल राजधानी रांची में एक बार फिर से बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गयी है। 20 मई को आइसीएआर-एनआएसएडीइएच भोपाल में मोरहाबादी के रामकृष्ण मिशन आश्रम, कुक्कुट प्रक्षेत्र के मुर्गों के जांच किये गये नमूनों में एच5एन1 एवीएन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि हो गयी है। इसके बाद पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक ने मंगलवार को इलाके में एहतियातन विशेष सर्तकता के आदेश जारी कर दिये। इस क्षेत्र के स्वच्छ घोषित होने के 21 दिन के बाद ही पक्षियों-अंडों का क्रय-विक्रय किया जा सकेगा।
रांची उपायुक्त ने सभी विभागों को इसकी सूचना देने के साथ ही एक रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया है। इसमें चिकित्सकों और विशेषज्ञों के साथ ही रामकृष्ण मिशन आश्रम के कर्मचारियों को भी शामिल किया गया है। रांची नगर निगम के नगर आयुक्त के साथ ही थाना प्रभारियों को गठित टीम को सहयोग करने के लिए कहा गया है।
आइसीएआर-एनआएसएडीइएच भोपाल से सैंपल में संक्रमण की पुष्टि हो जाने के बाद एक से 10 किमी की परिधि में पाये जाने वाले वन क्षेत्र में पक्षियों की निगरानी, इनके वीट कलेक्शन और इसकी निगरानी करते हुए सैम्पलिंग की जायेगी। उद्यान क्षेत्र में पक्षियों की निगरानी बीट कलेक्शन एवं सैंपलिंग कराना सुनिश्चित कराया जायेगा। इनमें भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान भी शामिल हैं। एक्शन प्लान के तहत आरआरटी टीम में शामिल सदस्य रामकृष्ण मिशन आश्रम के शेष बचे कुक्कुटों का कलिंग, वैज्ञानिक विधि से निस्तारण करने के बाद संक्रमित क्षेत्र का वैज्ञानिक विधि से संपूर्ण क्लीनिंग करने के साथ ही इस क्षेत्र को संक्रमणमुक्त करेंगे।