रांची:
बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने राज्यवासियों को आए दिन बिजली संकट से हो रही कठिनाइयों को लेकर जल्द निजात दिलाने हेतु सदन में मामला उठाया। उन्होंने सदन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि ग्रिड में संकट से झारखंड में बिजली की आपूर्ति घट गई है। बिजली कटौती बढ़ गई है। विधायक अंबा प्रसाद ने बिजली कटौती का आंकड़ा भी पेश किया।
बड़कागांव विधायक ने आंकड़ा पेश किया
बिजली कटौती के आंकड़ों को प्रस्तुत करते हुए विधायक ने कहा कि झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड पर डीवीसी के 3900 करोड़, एनटीपीसी के 350 करोड़, आधुनिक पावर के 350 करोड़, पीटीसी के 400 करोड़ बकाया का हवाला देकर इनके द्वारा लोड शेडिंग की जाती रहती है एवं राज्यवासी अंधकार में जीने हेतु विवश है। एनटीपीसी डीवीसी जैसी कंपनी द्वारा राज्य को रॉयल्टी की बकाया राशि नहीं जाती वहीं दूसरी तरफ़ राज्य से बिजली का बकाया होने के नाम पर राज्यवासियों को अंधकार में लोड शेडिंग कर भेज दिया जाता है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जरूरी कार्रवाई कर बिजली आपूर्ति की समस्याओं का निवारण कर राज्यवासियों को निर्बाध बिजली उपलब्ध कराया जाए।
विभागीय मंत्री ने दिया समाधान का आश्वासन
विधायक अंबा प्रसाद के प्रश्न पर विभागीय मंत्री ने कहा कि सुचारू विद्युत आपूर्ति करने हेतु सुधारात्मक योजनाओं पर कार्य चल रहा है जिसके अंतर्गत पतरातू में मार्च 2024 तक नया पावर प्लांट 3 no.×800 MW = 2400 MW बिजली उत्पादन चालू होना है।
अप्रत्याशित बिजली बिल से परेशान हैं ग्रामीण
विधानसभा क्षेत्र के केरेडारी एवं बड़कागांव प्रखंड वासियों को अचानक से 30 से 40 हजार रुपए की बिजली बिल प्राप्त हो रही है कई लोगों के मृत्यु होने के बाद भी बिजली बिल मिलने की शिकायतें सुनने को मिल रही है। विधायक अंबा प्रसाद ने इस मामले को विधानसभा में उठाया।
उन्होंने विधानसभा में बताया कि हजारीबाग जिला अंतर्गत केरेडारी प्रखंड के कराली, बुंडू समेत कई पंचायत के ग्रामीणों को अचानक 30 से 40 हजार तक का भारी भरकम बिजली बिल मिल रही है।
बिजली बिल को लेकर ग्रामीणों में असमंजस की स्थिति है कि उनका बिजली कनेक्शन कब हुआ, कैसे हुआ? वहीं, अप्रत्याशित बिजली बिल मिलने के पश्चात संबंधित थाना क्षेत्रों के द्वारा लाभुकों पर केस भी किया गया है।