रांची
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि झारखंड में आदिवासियों के घटती आबादी, लूट और उनके अस्तित्व पर उत्पन्न संकट के विरोध में आंदोलन की तैयारी कर रहे आदिवासी युवाओं पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पाकुड़ जिले के एसपी के निर्देश पर पुलिस ने हमला किया। कहा कि पाकुड़ में आदिवासी छात्रों पर पुलिस के द्वारा सुनियोजित ढंग से जानलेवा हमला किया गया है। मरांडी ने कहा, पाकुड़ के केकेएम कॉलेज में आदिवासी युवाओं के छात्रावास में घुसकर रात के अंधेरे में जिस प्रकार से युवाओं की बर्बरतापूर्ण पिटाई की गई है, वह अत्यंत निंदनीय और अक्षम्य है।
बीजेपी नेता ने रबा रि घटना से पहले एएसआई द्वारा छात्रों के साथ दुर्व्यवहार करना, फिर सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल लाकर जानलेवा हमला करना बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। लेकिन सरकार पुलिसिया लाठी के दम पर आदिवासी युवाओं की आवाज को नहीं दबा सकती। युवा, क्रांति के नायक होते हैं। जब-जब देश या समाज के उपर विपत्ति आई है, तब-तब क्रांति का नेतृत्व कर युवाओं ने तानाशाही ताक़तों को घुटने टेकने पर मजबूर किया है।
बीजेपी विधायकों के विधानसभा के अंदर से विरोध करने पर मरांडी ने कहा कि भाजपा विधायकों द्वारा झारखंड के अनुबंधकर्मियों को स्थायी करने की मांग पर JMM कांग्रेस की सरकार ने विधानसभा के अंदर की बिजली सप्लाई काट दी है। जनता के द्वारा, जनता की आवाज उठाने के लिए चुने गए विधायकों को अंधेरे में रखा गया है। राज्य के हजारों अनुबंधकर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। हेमंत सोरेन ने राज्य के सभी अनुबंधकर्मियों को स्थायी करने का वादा किया था, लेकिन 5 साल तक सत्ता की मलाई खाने वाले हेमंत अपने एक भी चुनावी वादे को पूरा नहीं कर सके हैं।