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राशन जो आता था, अफसर के घर गया; बाबूलाल ने PDS में गड़बड़ी पर कसा शायराना तंज

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द फॉलोअप डेस्क:

लोहरदगा सहित राज्य के अन्य जिलों में पीडीएस दुकानदारों द्वारा राशन वितरण में भारी अनियमितता बरते जाने का मामला प्रकाश में आया है। लोहरदगा सहित आसपास के जिलों में दर्जनों गांव में ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि उनको तय मानक से कम राशन दिया जाता है। गड़बड़ी की शिकायतों पर हेमंत सोरेन सरकार की आलोचना करते हुए बाबूलाल मरांडी ने शायराना अंदाज में तंज किया है। बता दें कि पिछले कई महीनों से झारखंड के अलग-अलग जिलों में पीडीएस दुकानदारों द्वारा कम राशन देने की शिकायतें मिल रही है।

बाबूलाल मरांडी ने किया शायराना तंज
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने शायराना अंदाज में इसकी आलोचना की है। बाबूलाल मरांडी ने ट्विटर (एक्स) पर लिखा कि "खुद्दार मेरे शहर का फांके से मर गया...राशन जो आता था, वो अफसर के घर गया। बाबूलाल मरांडी ने लिखा कि झारखंड में गरीबों की यही स्थिति है। मुख्यमंत्री और उनके अधिकारी राशन डकार जाते हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के बोझ तले जन वितरण प्रणाली व्यवस्था कराह रही है। गरीब राशन के अभाव में तड़प रहे हैं।


उन्होंने मुख्यमंत्री पर व्यक्तिगत हमला बोलते हुए कहा कि सीएम हेमंत के पैसों की भूख, गरीबों के भोजन की भूख से भी बड़ी हो गई है। 

लोहरदगा के कई प्रखंडों में भारी अनियमितता
दरअसल, हिंदी दैनिक अखबार, दैनिक जागरण में छपी खबर के मुताबिक लोहरदगा जिले में बड़े पैमाने पर राशन वितरण में गड़बड़ियों की शिकायत मिली है। रिपोर्ट के मुताबिक जून, जुलाई और अगस्त में राशन वितरण में भारी अनियमितता सामने आई है। पेशरार प्रखंड के दर्जनों गांवों में ग्रामीणों ने शिकायत की है कि उनको तय मानक से 1.5 से 2 किलो कम राशन दिया जा रहा है। ग्रामीण, राशन वितरण केंद्र तक पहुंचने के लिए 2 से 3 किमी तक का सफर तय करते हैं, और फिर उन्हें कम राशन दिया जाता है। कुछ ग्रामीणों की शिकायत है कि उन्हें 5 किलो तक कम राशन दिया गया। ग्रामीणों ने यह आरोप लगाया कि पूछने पर पीडीएस डीलर द्वारा यह कहा जाता है कि उनको ऊपर से ही कम राशन मिल रहा है। बता दें कि लातेहार के कुछ प्रखंडों में राशन लाभुकों से कहा गया था कि चंद्रयान-3 मिशन में बहुत पैसा खर्च हुआ है इसलिए कम राशन मिलेगा।