रांची:
15 नवंबर को पीएम मोदी की सुरक्षा में बडी चूक का मामला सामने आया था। दरअसल, बुधवार को सुबह तकरीबन सवा 9 बजे रांची में एसएससी आवास से महज 50 मी दूर रेडियम रोड पर पीएम की गाड़ी के सामने एक महिला आ गई थी। अब इस मामले में सियासत शुरू हो गई है। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला बताते हुए हाईलेवल जांच की मांग की है। उन्होंने इसके लिए राज्य सरकार और रांची पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।
बाबूलाल मरांडी ने सीएम से जांच की मांग की
पीएम के काफिले के बीच में एक महिला के सामने आ जाने को सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक का मामला बताते हुए बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने ट्विटर (एक्स) पर लिखा कि जो राज्य अपने प्रधानमंत्री को ढंग से सुरक्षा नहीं दे सकता वह आम आदमी को क्या सुरक्षा देगा? बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पीएम की गाड़ी के ठीक सामने किसी व्यक्ति का अचानक आ जाना सुरक्षा में भारी चूक है। उन्होंने कहा कि हमारा देश पहले भी कई बड़े हादसे देख चुका है। उन्होंने कहा कि चूक के ऐसे मामलों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
रांची एसएसपी ने 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया
बता दें कि उक्त मामले में आरंभिक तौर पर तत्काल प्रभाव से एएसआई सहित 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्दश पर एएसआई अबु जफर, हवलदार छोटेलाल टुडू और आरक्षी रंजन कुमार को निलंबित किया गया है।
पति की शिकायत करने पीएम के काफिले में घुसी थी महिला
गौरतलब है कि बुधवार को पीएम की गाड़ी के सामने आने वाली महिला की पहचान देवघर निवासी संगीता झा के रूप में की गई है। महिला का कहना है कि वह अपने पति से परेशान और प्रधानमंत्री से उसकी शिकायत करना चाहती थी। महिला का दावा है कि वह पिछले माह पीएम से मिलने दिल्ली भी गई थी। उसे पता चला था कि पीएम का काफिला रेडियम रोड से होकर गुजरने वाला है। वह शिकायत करने काफिले में घुस गई। हालांकि, वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उसे तत्काल हटाया।