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'माड़-भात खाने वाले बच्चों के सपनों से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं' : JSSC-CGL की परीक्षा रद्द कर हाईलेवल जांच कराएं, चेयरमैन पर भी दर्ज हो केस- बाबूलाल मरांडी

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द फॉलोअप डेस्क, रांची:

प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता कर जेएसएससी और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया है कि झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग प्रदेश के माड़-भात खाकर गुजारा करने वाले बच्चों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि जेएसएससी-सीजीएल की परीक्षा रद्द कर उसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। बाबूलाल मरांडी ने साथ ही जेएसएससी चेयरमेन पर भी एफआईआर दर्ज करने की मांग की। बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि बालू-गिट्टी और पत्थर बेचने वाली सरकार अब सीटें भी बेचनी लगी है। 

28 जनवरी को हुई थी जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा
गौरतलब है कि 28 जनवरी को झारखंड के अलग-अलग जिलों में निर्धारित परीक्षा केंद्रों में आयोजित जेएसएससी-सीजीएल की परीक्षा में धांधली की जानकारी सामने आई थी। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि परीक्षा में पूछे गये प्रश्नों का जवाब एक दिन पहले ही व्हाट्एप पर शेयर किया जा चुका था। उत्तर क्रमवार तो नहीं था लेकिन सभी सवालों के जवाब थे। पेपर लीक होने की बात को लेकर अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। अभ्यर्थियों की मांग है कि 4 फरवरी को होने वाली परीक्षा भी कैंसिल की जाए। पहले मामले की सीबीआई जांच हो फिर निष्पक्षता से परीक्षा ली जाए। इस बीच आयोग ने 28 जनवरी को हो चुकी परीक्षा में तीसरी पाली का पेपर कैंसिल कर दिया है।