डेस्क:
मांडर उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी देवकुमार धान के समर्थन में वोट मांगने पहुंचे एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने चान्हो में रांची हिंसा में मारे गये साहिल और मुद्दस्सिर के परिजनों से मुलाकात की। चान्हो में एक मुस्लिम कार्यकर्ता के आवास पर ओवैसी ने साहिल और मुदस्सिर के माता-पिता और भाई से मुलाकात की और उनसे वार्तालाप किया। इस दौरान साहिल और मुद्दस्सिर के परिजनों ने ज्ञापन सौंपा और न्याय की लड़ाई में साथ देने की अपील की।
मारे गये युवकों के परिजनों से की मुलाकात
रांची हिंसा में मारे गये साहिल और मुद्दसिर नाम के युवकों के परिजनो से मुलाकात के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आप अपने बच्चों के लिए न्याय चाहते हैं और मैं भी मानता हूं कि इंसाफ मिलना चाहिए। इंसाफ की लड़ाई में मैं आपके साथ हूं।
गौरतलब है कि 10 जून को जुमे की नमाज के बाद बीजेपी की निलंबित राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपूर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बारे में की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में साहिल और मुद्दस्सिर नाम के 2 युवकों की जान चली गई थी। घटना में पुलिस अधिकारियों और आम लोगों सहित दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल भी हुए थे।
मांडर उपचुनाव में देवकुमार धान को समर्थन
दरअसल, रविवार को एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी मांडर पहुंचे थे। ओवैसी ने मांडर उपचुनाव में बीजेपी से निष्कासित और बतौर निर्दलीय प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे देवकुमार धान को समर्थन दिया है। वे देवकुमार धान के समर्थन में ही वोट की अपील करने मांडर पहुंचे थे।
रैली में भी ओवैसी ने रांची हिंसा का मामला उठाया। साहिल और मुद्दस्सिर का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि बीजेपी और झारखंड मुक्ति मोर्चा को उन बच्चों की मौत पर माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने नुपूर शर्मा को बचाते-बचाते हमारे बच्चों को मार दिया।
उन्होंने कहा कि इस्लाम जिंदाबाद का नारा लगाने वाले बच्चे को गोली मार देना कहां का न्याय है। उन्होंने कहा कि नुपूर शर्मा की गिरफ्तारी से ही इंसाफ होगा।
नुपूर शर्मा के बयान से हमें तकलीफ हुई है
रैली में ओवैसी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को समझना चाहिए कि नुपूर शर्मा के बयान से हमें तकलीफ हुई है। आप हमारे जिस्म पर चाहे जितने वार कर लीजिए लेकिन पैगंबर के खिलाफ कुछ कहा गया तो ये हमें बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और झामुमो ने मिलकर हमारे बच्चों की जान ले ली।
ओवैसी ने कहा कि गोली चाहे जिसने भी चलाई हो। चाहे वो पुलिस हो या कोई और। उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित होनी चाहिए। गिरफ्तारी होगी तभी इंसाफ मिलेगा।