द फॉलअप डेस्कः
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज जमशेदपुर के पोटका में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि गांव-गांव, पंचायत-पंचायत शिविर लगाने के साथ-साथ हम कुछ शिविरों में पहुंच रहे हैं और ये देखने का कोशिश कर रहे हैं कि सरकार वाकई में जनता की सेवा कर रही है या नहीं। इस खराब मौसम में भी आपके आने का धन्यवाद। पहले कई विभागों के कर्मचारी किसी गांव में नहीं जाते थे। आज अपने वादों के अनुरुप गांव-गांव जा रहे हैं। पंचायतों में शिविर लगाए जा रहे हैं। पहले शिविर में 35 लाख, दूसरे में 55 लाख आवेदन मिला। इस चरण में देखना है कि कितना आवेदन आता है। आपके आये हुए आवेदन का फायदा यह हुआ कि राज्य के हर बुढ़ा-बुजुर्गों को पेंशन मिलने लगा। पहले डबल इंजन की सरकार में हाथ में राशन कार्ड लेकर भात-भात करके लोग मर गया। हमने कोरोना महामारी के दौरान एक भी मजदूरों को मरने नहीं दिया। हमारे मजदूरों को विदेशों से हवाई जहाज में वापस लेकर आए। विपत्ति में भी मंत्री गांव-गांव घूमते थे। दो मंत्रियों की जान चली गई। ये सरकार इस राज्य के आदिवासियों की सरकार है। विपक्ष को सिर्फ आरोप लगाना आता है। इन लोगों ने कर्मचारियों को अपनी सेवा में 20 साल लगाए रखा। अब ये कर्मचारी आपकी सेवा में लगे हैं। कर्मचारियों के पेंशन को भी हड़पने का काम भाजपा की सरकार ने किया। हमने उनको ओल्ड पेंशन दिया। आज ये लोग धूप, बरसात में बैठे हैं आपकी सेवा में। आपके लिए बहुत सारी योजनाएं है। अभी 50-60 हजार नौकरी निकलेगी। अभी हजारों नौकरी दी है।
घर की हर बच्ची को मिलेगा सावित्री बाई फूले योजना का लाभ
सीएम ने कहा कि चाईबासा में कुछ दिन पहले कैंप लगाकर हमने 10 हजार नौजवान को रोजगार दिया। कम पढ़े लिखे लोगों के लिए स्वरोजगार है। अगर आपके पास पूंजी नहीं है तो आप सरकार को आनेदन दीजिए। कोई नहीं बचेगा सबको कुछ ना कुछ मिलेगा। हम 100 यूनिट फ्री बिजली दे रहे हैं। हमारी गरीबी खत्म होगी इसके लिए शिबू सोरेन ने लंबा संघर्ष किया। अलग राज्य लिया लेकिन दुर्भाग्य है कि बेईमानों ने सरकार चलाया जो राज्य अलग करने का घोर विरोधी थे। इसलिए हमने 2019 में कमर कसा और पूरा जोर लगाकर सत्ता हासिल किया उसी का नतीजा है कि हर किसी को पेंशन मिल रहा है। हर बच्ची को सावित्री बाई फूले योजना का लाभ मिल रहा है। किसानों को पशुधन योजना का लाभ मिल रहा है। सरकार योजनाों की गठरी बनाकर आप तक पहुंच रही है। पहले बच्चे गरीबी के बाद कारण पढ़ नहीं पाते हैं। अब बेटी हमारी बोझ नहीं है। घऱ की हर बच्ची को इस योजना का लाभ मिलेगा। हमने डीबीटी के माध्यम से साइकिल के लिए पैसा दिया। हमने सब व्यवस्था कर दिया है। 8लाख बच्चियों को सावित्री योजना से जोड़ा। जो आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं उसका पूरा खर्चा सरकार उठा रही है। बाद में आपकी नौकरी लगने के बाद थोड़ा-थोड़ा करके हम वापस ले रहे हैं। जो विदेश जाकर पढ़ना चाहते हैं उनको भी सरकार अपने पैसे से विदेश भेजकर पढ़ा रही है। अब महीना पूरा होने से पहले पेंशन मिलता है।
अब की सरकार अंधी-बहरी नहीं है
पहले की सरकार ने 11 लाख राशन कार्ड कैंसिल कर दिया। हमने 20 लाख अतिरिक्त राशन कार्ड दिया। हम 1 किलो आपको दाल भी देंगे। लाखों लोगों को घर नहीं मिला। केंद्र से हमने कहा कि हमारे यहां गरीबों के पास घर की कमी है। तो सरकार ने हाथ खींच लिया। घर बनाने के लिए पैसा नहीं दिया। इसलिए हमने अपनी ताकत पर घर देने का फैसला किया है। पीएम आवास की तरह मुर्गीखाना नहीं देंगे। हम अबुआ आवास के दौरान आवेदन बहुत ज्यादा आएगा। लेकिन उसकी चिंता आप नहीं करे। जो भी इसके लायक होगा उसको मिलेगा। कपड़ा हम हर साल धोती साड़ी 10 रुपया में देते है। विरोधी कहते हैं कि कोई काम नहीं हो रहा है। ये सरकारी मंच है। यहां ये लोग नहीं आता है। अलग से मंच बनाकर आता है। आपके खाने में किरासन तेल डालने का काम करता है। ये लोग आपकी जरूरतों पर बात नहीं करते हैं ये लोग हिंदू मुस्लिम, आदिवासी-गैरआदिवासी यही सब पर बात करते हैं। पहली की सरकार 20 साल तक अंधी,बहरी, गूंगी की तरह बैठी रहती थी। आज की सरकार सब सुनती है, देखती है और घर-घर पहुंचती है।