लातेहारः
सोमवार को हेरहंज प्रखंड के घुरे ग्राम की एक महिला अपनी बेटी को लेकर हेरहंज अस्पताल पहुंची थी। महिला की बेटी प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। महिला एएनएम से गुजारिश कर रही थी कि जल्दी उसकी बेटी की डिलीवरी करा दी जाए, लेकिन बिना घूस लिए महिला का प्रसव नहीं कराया गया। हेरहंज अस्पताल में प्रसव कराने के नाम पर पैसे की मांग की। महिला के पास पैसे नहीं थे तो पांच घंटे बाद उसकी कान की बाली खुलवा कर रख ली गई। तब प्रसव कराया गया। जानकारी के मुताबिक ड्यूटी में तैनात एएनएम गुंजन भारती और अरुना टोप्पो ने महिला से अठारह हजार मांगे। गर्भवती महिला के माता-पिता एएनएम से प्रार्थना कर रहे थे कि उसका इलाज करें। लेकिन एएनएम ने कहा गया कि जब तक पैसा नहीं देंगे, तब तक इलाज नहीं करेंगे।
मृत बच्चे ने जन्म लिया
गर्भवती महिला के पिता यह सुनकर पैसे की व्यवस्था करने चले गये। तब तक नर्स ने महिला की मां से कान की बाली खुलवा ली, तब जाकर इलाज कर प्रसव कराया गया। पांच घंटे तक तड़पने के बाद महिला को ने मृत बच्चे को जन्म दिया। प्रसव के बाद पिता ने भी एएनएम को दो हजार रुपये दिए। मृत बच्चा होने पर वह काफी दु:खी है। पीड़ित महिला के मां बाप ने घटना की सारी जानकारी अपने परिजनों को दी। जब यह बात मीडिया में आई तो एएनएम ने महिल के मां बाप को गुरुवार की सुबह अस्पताल में बुला कर कान की बाली देना चाही, तो उन्होंने लेने से मना कर दिया। एएनएम ने कान की बाली को परिसर में फेंक दिया गया।
गुंजन पर पहले भी लगा है आरोप
एएनम गुंजन भारती पर पहले भी आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि रविवार को भी सलैया पंचायत के हुरटाड़ निवासी रामेश्वर गंझू की बहू का प्रसव कराया गया था, जिसमें चार हजार रुपये की मांग गुंजन भारती ने मांगे थे। परिजनों ने 2500 दिया उसके बाद ही छुट्टी की गयी थी। जब मामला बढ़ा तो परिवार को बुला कर कुछ पैसों की वापसी की गयी थी। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सुरेश राम एवं बीडीओ प्रदीप कुमार दास दोनों परिवार से मिले हैं। प्रभारी ने बताया कि सारा लिखित बयान ले लिये हैं। रिपोर्ट सीएस को भेजी जायेगी। वहां से जैसा दिशा-निर्देश मिलेगा, इन दोनों के ऊपर कार्रवाई निश्चित ही की जायेगी।