रांची:
मनरेगा घोटाला सहित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर गिरफ्तार हुईं पूजा सिंघल और उनके सीए सुमन कुमार सिंह को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने पूजा सिंघल और सुमन कुमार सिंह की रिमांड अवधि बढ़ा दी है। ईडी को दोनों की और 4-4 दिन की रिमांड मिली है। गौरतलब है कि ईडी मनरेगा घोटाला सहित, खनन पट्टा आवंटन और वित्तीय अनियमितता को लेकर पूजा सिंघल और सुमन सिंह से जवाब-तलब कर रही है। अब तक की पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं।
पहली बार मिली थी पांच दिन की रिमांड
गौरतलब है कि ईडी ने पूजा सिंघल को 10 मई को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले पूजा सिंघल से लंबी पूछताछ की गई थी। पूछताछ में पूजा सिंघल से मनरेगा घोटाला सहित पल्स हॉस्पिटल के प्रबंधन को लेकर अहम सवाल पूछे गये थे। पूजा सिंघल से पूछताछ में कई नौकरशाहों, बिल्डर्स, व्यवसायी और सफेदपोशों का नाम सामने आया। धीरे-धीरे ईडी ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाया।
साहिबगंज और पाकुड़ सहित तीन जिलों के जिला खनन पदाधिकारी को तलब किया गया। तीनों अधिकारियों से सोमवार को पूछताछ की गई। इससे पहले ईडी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व कोषाध्यक्ष और सोरेन परिवार के करीबी रहे रवि केजरीवाल से कई घंटों तक पूछताछ की। कहा जा रहा है कि इसमें भी बहुत कुछ मिला है।
हाईकोर्ट ने सीलबंद लिफाफे में मांगे दस्तावेज
बता दें कि 10 मई की गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने ईडी को पूजा सिंघल की 5 दिनों की रिमांड सौंपी थी। इस दौरान पूजा सिंघल से पूछताछ में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आए हैं। ईडी ने हाईकोर्ट को कहा कि ऐसे दस्तावेज और जानकारियां मिली हैं जिसे पुलिस को सौंपने पर जांच प्रभावित हो सकती है।
हाईकोर्ट ने ईडी को सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट सौंपने को कहा। कहा जा रहा है कि जांच का दायरा जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा, और भी कई चौंकाने वाले खुलासे होंगे।