द फॉलोअप डेस्क
सरायकेला जिले के एक छोटे से गांव जगन्नाथपुर के रहने वाले 76 वर्षीय दुर्गा प्रसाद चौधरी ने अपने घर को ही म्यूजियम में तब्दील कर दिया है। उन्होंने अपने घर की प्रत्येक चहारदीवारी पर सीमेंट और बालू से भित्ति चित्रकारी कर उसे म्यूजियम बना दिया है। इन चित्रों के माध्यम से वह लोगों का ध्यान समाज के महत्वपूर्ण पहलुओं की ओर आकर्षित कर रहे हैं।पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रही पेंटिंग
बता दें कि दुर्गा प्रसाद अपने घर के सभी जगहों पर बनाई गई पेंटिंग के जरिए लोगों को आदि काल से लेकर आधुनिक काल तक का संदेश दे रहे हैं। उनके घर की हर दीवार पर एक से बढ़कर एक तस्वीर बनी हुई है। उनके घर में ऐसी कोई भी दीवार नहीं है, जहां कलाकृति न की गई हो। वो दीवार चाहे घर के अंदर हो या फिर बाहर सभी जगहों पर सीमेंट और बालू से चित्रकारी कर दुर्गा प्रसाद पर्यावरण संरक्षण जैसी मह्तवपूर्ण शिक्षा का संदेश लोगों को दे रहे हैं। पेंटिंग के लिए खर्च कर चुके हैं लाखों रूपये
जानकारी हो कि पेंटिंग के लिए दुर्गा प्रसाद चौधरी अबतक 5 से 6 लाख रूपये तक खर्च कर चुके हैं। इस काम में दुर्गा प्रसाद की धर्मपत्नी सुमित्रा देवी भी उनका साथ देती हैं। बता दें कि दुर्गा प्रसाद चौधरी 1980 में बोकारो स्टील प्लांट में आर्टिस्ट के तौर पर काम करते थे। इसके बाद 2008 में सेवा मुक्त होने के बाद वह अपनी कला को सीमेंट, बालू और पेंट के जरिए घर के दीवारों पर उकेरने लगे।